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बदन दर्द क्या है – जानिए बदन दर्द के कारण, लक्षण बचाव व उपचार ? | What is Body Pain? Know its causes symptoms and Best Treatments in Hindi

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बदन दर्द क्या है - जानिए बदन दर्द के कारण, लक्षण बचाव व उपचार ? | What is Body Pain? Know its causes symptoms and Best Treatments in Hindi

बदन दर्द क्या है – जानिए बदन दर्द के कारण, लक्षण बचाव व उपचार ? | What is Body Pain? Know its causes symptoms and Best Treatments in Hindi

बदन दर्द एक सामान्य समस्या है जो व्यक्तियों को बहुत से कारणों से हो जाती है, अगर व्यक्ति पूरा दिन थोड़ा ज्यादा काम कर लेता है तो उसके कारण भी व्यक्ति को बदन दर्द हो सकता है। इसके अतिरिक्त यदि व्यक्ति अच्छे से नींद ना ले तो भी उसे बदन दर्द हो सकता है बदन दर्द एक ऐसी समस्या है, जो लोगों को भिन्न-भिन्न प्रकार से हो सकती है

अगर यह समस्या सिर्फ 1 या 2 दिन ही रहती है, तो फिर तो डरने वाली बात नहीं है परंतु यदि बदन दर्द की समस्या 1 या 2 दिन के बाद भी बनी रहती है, तो फिर हमें इसका तुरंत ही इलाज करवाना होता है नहीं तो आगे चलकर कोई बड़ी मुसीबत भी हो सकती है, क्योंकि बहुत बार बदन दर्द किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है, इसलिए हमें इस मामले में बिल्कुल भी देरी नहीं करनी चाहिए। आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आप को यही बताएंगे कि :-

  • बदन दर्द क्या होता है – What Is Body Pain In Hindi ?
  • बदन दर्द के कितने प्रकार होते हैं – Types Of Body Pain In Hindi ?
  • बदन दर्द के क्या लक्षण होते हैं – Symptoms Of Body Pain In Hindi  ?
  • बदन दर्द के क्या कारण होते हैं – Causes Of Body Pain in Hindi ?
  • बदन दर्द के जोखिम कारक क्या है – Risk Factors Of Body Pain In Hindi ?
  • बदन दर्द से बचने के उपाय – Prevention For Body Pain In Hindi ?
  • बदन दर्द का इलाज – Treatment Of Body Pain In Hindi ?

बदन दर्द क्या होता है – What Is Body Pain In Hindi ?

बदन दर्द एक ऐसी समस्या है जिसमें हमारे शरीर के सभी अंगों में दर्द हो रहा होता है। बदन दर्द के कारण हम ना तो अच्छे से कोई काम कर पाते और ना ही अच्छे से चल फिर पाते। वैसे तो बदन दर्द की समस्या एक आम समस्या है, जो ज्यादातर थकान की वजह से भी लोगों को हो जाती है, परंतु यदि यह समस्या एक या 2 दिन से ज्यादा रहे तो फिर व्यक्ति को इसका इलाज करवाना होता है

क्योंकि ज्यादातर सभी बीमारियों का लक्षण बदन दर्द ही है। इसीलिए बदन दर्द होने पर व्यक्ति को ज्यादा नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि सामान्य दर्द निवारक दवाइयां खाकर आपका बदन दर्द ठीक हो जाता है, तो फिर तो अच्छी बात है, अन्यथा आपको डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए।

बदन दर्द के कितने प्रकार होते हैं – Types Of Body Pain In Hindi ?

बदन दर्द के मुख्य तौर पर दो प्रकार होते हैं जैसे कि :-

1. एक्यूट बदन दर्द ( Acute Body Pain )

एक्यूट बदन दर्द अचानक से होने वाले दर्द को कहते हैं यह दर्द किसी बीमारी या घटना के कारण होता है परंतु यह दर्दे धीरे कम हो जाता है या फिर किसी डॉक्टर की दवाई लेने के पश्चात यह दर्द धीरे-धीरे खत्म हो जाता है एक्यूट दर्द के लक्षण हल्के से गंभीर हो सकते हैं और कुछ सप्ताह या महीनों तक भी चल सकते हैं लेकिन उचित तरीके से इलाज किया जाए तो इस दर्द का इलाज जल्दी किया जा सकता है लेकिन बहुत बार जो व्यक्ति थोड़ा ठीक हो जाने पर ही दवाइयां खानी छोड़ देते हैं तो उन लोगों को आगे चलकर यह दर्द हमेशा ही रहने लगता है

2. क्रॉनिक बदन दर्द ( Chronic Body Pain )

क्रॉनिक बदन दर्द एक ऐसा दर्द होता है जो कि बिना किसी स्पष्ट कारण के समय के साथ ज्यादा होता रहता है, यह दर्द किसी चोट या बीमारी के ठीक होने के बावजूद भी होता ही रहता है। क्रॉनिक बदन दर्द कुछ हफ्तों से लेकर सालों तक भी रह सकता है। इस बदन दर्द से पीड़ित व्यक्ति काफी ज्यादा कमजोरी महसूस करने लगते हैं और वह ना तो अपना कोई काम ढंग से कर पाते क्योंकि वह हमेशा अनिद्रा महसूस करते हैं।

बदन दर्द के क्या कारण होते हैं – Causes Of Body Pain in hindi ?

बदन दर्द के बहुत से कारण हो सकते हैं जैसे कि :-

  • अगर किसी व्यक्ति को बुखार है तो उसके कारण भी उसका बदन दर्द हो सकता है, क्योंकि बुखार में भी व्यक्ति कमजोरी महसूस करता है।
  • अगर किसी व्यक्ति को थायराइड की समस्या है, तो थायराइड के रोगियों को भी बदन दर्द की समस्या रहती है इसीलिए बदन दर्द होने पर एक बार थायराइड की जांच भी जरूर करानी चाहिए।
  • अगर किसी व्यक्ति को यूरिन इन्फेक्शन हो जाता है, तो उसके कारण भी उस व्यक्ति का बदन दर्द रहता है।
  • बहुत से लोगों को उम्र बढ़ने के साथ-साथ भी बदन दर्द की समस्या हो सकती है। क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ-साथ व्यक्ति शरीर में पोषक तत्वों की कमी भी हो जाती है जिसके कारण बदन दर्द की समस्या एक आम बात है।
  • अगर किसी व्यक्ति के शरीर में खून की कमी है तो उसके कारण भी उसका बदन दर्द रह सकता है।
  • अगर कोई व्यक्ति रात्रि के समय ठीक ढंग से नींद नहीं लेता है, तो उसके कारण भी उसका बदन दर्द हो सकता है।
  • अगर कोई व्यक्ति तनाव में रहता है, तो उसके कारण भी उसे बदन दर्द होना आम बात है।
  • मांसपेशियों में कमजोरी आने पर भी व्यक्ति को बदन दर्द की समस्या रह सकती है
  • अगर किसी व्यक्ति के शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है, तो उसके कारण भी उसे बदन दर्द रह सकता है।
  • अर्थराइटिस रोग में भी लोगों को बहुत ज्यादा बदन दर्द रहता है।
  • अगर कोई व्यक्ति काफी दिनों से बीमार था तो भी उसका बदन दर्द रह सकता है, क्योंकि बीमारी से ठीक होने में व्यक्ति को थोड़े दिन का समय लगता है।

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बदन दर्द के जोखिम कारक क्या है – Risk Factors Of Body Pain In Hindi ?

बदन दर्द के जोखिम कारक बहुत से हो सकते हैं जैसे :-

  • अगर कोई व्यक्ति है खराब मुद्रा में सोता है या फिर बैठता है, तो उसके कारण भी बदन दर्द होना आम बात है।
  • अगर कोई व्यक्ति अपनी क्षमता से ज्यादा काम करता है, तो उसके कारण भी उसे बदन दर्द हो सकता है।
  • अगर कोई व्यक्ति जबरदस्ती ही अपनी क्षमता से ज्यादा वजन उठाता है, तो उसके कारण भी बदन दर्द हो सकता है, जैसे कि जो लोग नए-नए जिम जाना शुरु करते हैं तो वह शुरुआत में ही ज्यादा वजन उठा लेते हैं। जिसके बारे में उनका बदन दर्द होने लगता है।
  • अगर आप कोई ऐसी शारीरिक गतिविधि करते हैं, जिसकी आपको आदत ना हो, तो उसके कारण भी आपका बदन दर्द हो सकता है।
  • अगर किसी व्यक्ति की रीढ़ की हड्डी में कोई समस्या आ गई है, तो उसके कारण भी बदन दर्द हो सकता है।

बदन दर्द से बचने के उपाय – Prevention For Body Pain In Hindi ?

अगर आप बदन दर्द से बचना चाहते हैं, तो आपको अपनी जीवनशैली में भी बदलाव करने होंगे। क्योंकि बदन दर्द का मुख्य कारण तो आपकी जीवनशैली ही है, अब हम आपको कुछ ऐसे बदलाव बता देते हैं, जिनकी सहायता से आप बदन दर्द से निजात पा सकते हैं जैसे कि :-

  • बदन दर्द से बचने के लिए आपको रोजाना व्यायाम करना चाहिए। क्योंकि व्यायाम करने से व्यक्ति का शरीर स्वस्थ रहता है और वह इस प्रकार की समस्याओं से भी हमेशा बचा रहता है।
  • आप यदि कहीं पर काम करते हैं, तो वहां पर भारी वस्तुओं को सही तरीके से उठाएं ताकि आपकी कमर पर ज्यादा जोर ना पड़े।
  • खासकर बढ़ती उम्र के लोगों को यदि बदन दर्द की समस्या रहती है, तो उन्हें कैल्शियम युक्त भोजन करना चाहिए जैसे कि हरी सब्जियां दालें या फिर जो मांसाहारी भोजन खा सकते हैं, तो वह मछली तथा मीट का सेवन भी कर सकते हैं।
  • यदि आपके शरीर का वजन बढ़ा हुआ है तो इसके कारण भी आपको बदन दर्द की समस्या रहने लगती है। इसीलिए आपको अपने शरीर का वजन भी नियंत्रित रखना चाहिए ताकि बदन दर्द की समस्या से बढ़ती उम्र में बचा जा सके।
  • बदन दर्द से बचने के लिए आप यदि प्रतिदिन व्यायाम नहीं कर सकते, तो आपको प्रतिदिन पार्क में जरूर घूमना चाहिए।
  • अगर आप ज्यादातर एक ही जगह पर बैठे रहते हैं, तो उसके कारण भी आपको बदन दर्द की समस्या हो जाती है। इसलिए कभी भी एक जना ना बैठे रहे बैठकर नौकरी करते हैं, तो आपको बीच-बीच में थोड़ी देर उठना चाहिए।
  • आप को पर्याप्त मात्रा में नींद लेनी चाहिए, क्योंकि अच्छी तरह नींद ना लेने की वजह से भी व्यक्ति को बदन दर्द की समस्या रहने लगती है। इसीलिए 24 घंटे में कम से कम 6 से 7 घंटे की नींद तो जरूर लें।
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बदन दर्द का इलाज – Treatment Of Body Pain In Hindi ?

  • अगर आपको थोड़ा बहुत बदन दर्द हो रहा है, तो आप बदन दर्द को रोकने के लिए कोई दर्द निवारक गोली भी खा सकते हैं।
  • अगर आपको ज्यादा बदन दर्द हो रहा है, तो इस स्थिति में डॉक्टर आपको इंजेक्शन भी लगा सकता है।
  • अगर आपको रात्रि के समय बदन दर्द हो जाता है और आप दर्द निवारक गोली नहीं खाना चाहते, तो आप Move या Iodex आदि से मालिश भी करवा सकते हैं।
  • अगर किसी व्यक्ति को गंभीर रूप से बदन दर्द रहता है तो डॉक्टर शुरुआत में तो तीन से चार दिन इलाज करता है। यदि इस बीच दर्द ठीक नहीं होता तो डॉक्टर आपको बहुत से टेस्ट कराने को भी बोल सकता है,  जैसे कि Blood Test , खून की जांच के माध्यम से व्यक्ति के अंदर की हर एक बीमारी के बारे में पता लगाया जा सकता है। यदि किसी व्यक्ति को मलेरिया डेंगू इसके अतिरिक्त कोई बुखार है, तो इसकी जांच खून के माध्यम से की जा सकती है। इसके अतिरिक्त यदि किसी व्यक्ति के ब्लड सेल्स ( Blood Cells )कम हो गए हैं, तो उसकी जांच भी खून के माध्यम की जा सकती है, क्योंकि इन बीमारियों में भी व्यक्ति को बदन दर्द होता है।

Body Pain Conclusion :-

हम उम्मीद करते हैं कि, आपको Causes Of Body Pain In Hindi से संबंधित हमारी यह पोस्ट काफी पसंद आई होगी। इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको Treatment Of Body Pain In Hindi तथा Prevention Tips For Body Pain In Hindi के बारे में बताया है, अगर अभी भी आपको हमसे Home Remedies For Body Pain In Hindi से संबंधित कोई प्रश्न पूछना है, तो Comment Section में Comment करें। धन्यवाद

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