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Jaundice Treatment : जाने जॉन्डिस या पीलिया से छुटकारा पाने के 17 असरदार और बेहतर उपचार, घर पर ही करें आसानी से जॉन्डिस या पीलिया का आसान उपाय | 17 Best Home Remedies and Treatment for Jaundice in Hindi

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Jaundice Treatment : जाने जॉन्डिस या पीलिया से छुटकारा पाने के 17 असरदार और बेहतर उपचार, घर पर ही करें आसानी से जॉन्डिस या पीलिया का आसान उपाय | 17 Best Home Remedies and Treatment for Jaundice in Hindi
Jaundice Treatment in Hindi Table Of Content:-

Jaundice Treatment: जाने जॉन्डिस या पीलिया से छुटकारा पाने के 17 असरदार और बेहतर उपचार, घर पर ही करें आसानी से जॉन्डिस या पीलिया का आसान उपाय

जॉन्डिस या पीलिया रोग कई कारणों से हो सकता है। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको jaundice ke gharelu upay के बारे में संपूर्ण जानकारियां देंगे। दोस्तों! हम सभी जानते हैं कि आजकल लोग कई बीमारीयों से घिरे जा रहे हैं| उनमें से एक जॉन्डिस भी है जिसे लोग सामान्य समझते हैं लेकिन यह जितनी साधारण दिखती है उतनी ही खतरनाक है| इस पोस्ट में आज हम आपको पीलिया से जुड़ी कुछ बातें बताने वाले हैं | पीलिया क्या है (What is Jaundice? ), उसके कारण और लक्षण क्या होते हैं ( causes and reasons of Jaundice) और उनके उपाय और उपचार ( its remedy )घर पर ही कैसे कर सकते हैं |

Jaundice को हिन्दी में पीलिया कहते हैं | इस बीमारी में लोगों के खून में बीलब्युरिन (Billburin) की बढ़ोतरी के कारण आँखों और त्वचा के सफ़ेद अंग पीले हो जाते हैं | यह एक गम्भीर बीमारी है जिसे अक्सर लोग सामान्य समझते हैं | यह बीमारी लोगों के लीवर (liver) पर भी असर करती है इसीलिए इसका इलाज सही समय पर होना बहुत जरुरी होता है वरना यह मरीज़ को और उसके स्वास्थ्य को बहुत नुकसान पहुंचा सकती है|

 कई लोग पीलिया या Jaundice होने पर घबरा कर दवाइयों के साथ कई अन्य तरह के उपाय करने लगते हैं लेकिन क्या आपको पता है इस जॉन्डिस का इलाज घर पर भी कर सकते हैं| कुछ घरेलु उपचार कि मदद से इसका इलाज किया जा सकता है | आयुर्वेद में भी जॉन्डिस के इलाज के लिए कई उपाय बताए गए हैं | आज हम आपको यहाँ कुछ घरेलू और आसान तरीके या उपचार बताने वाले हैं जिससे jaundice या पीलिया से बचा जा सकता है।

पीलिया किसे कहते हैं? ( What is jaundice? )

हमारे खून में पित्तरंजक (Billburin) नामक एक रंग होता है जिसके अधिक होने से हमारे शरीर और त्वचा में पीलापन आ जाता है| इस स्तिथि को jaundice या पीलिया कहते हैं | आमतौर पर रक्त में इस पित्तरंजक कि मात्रा 1 प्रतिशत होती है परंतु जब इसकी मात्रा 2.5 से अधिक हो जाए तब पीलिया होने के लक्षण दिखाई देते हैं| दूषित पानी या खराब खाना खाने से यह बीमारी होने का खतरा रहता है|

पीलिया के लक्षण क्या हैं ? ( What are the symptoms of jaundice? )

पीलिया Jaundice होने पर शरीर में थकान,सिर दर्द,त्वचा में खुजली,हल्का बुखार,आँख और त्वचा में पीलापन आना,जी मचलाना,भूख कम लगना जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं| जब किसी को जॉन्डिस होता है तब उसके मल क रंग पीला और मूत्र गाढा हो जाता

इस बिमारी में कैसा परहेज रखना चाहिए? ( What should be avoided in jaundice?)

जॉन्डिस होने पर तला-भुना,ज्यादा मिर्च-मशाले वाला भोजन सेहत के लिए बहुत हानिकारक साबित हो सकता है| ऐसे समय में वसायुक्त भोजन,माँस,मछली,अंडे,मैदा,बेसन के व्यंजन, मिठाई इत्यादि खाने से कम से कम 20-25 दिनों तक दूर रहना चाहिए | बाहर का खाना बिल्कुल नहीं खाना चाहिए| दाल और बींस क सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए| शराब लीवर पर असर कर सकता है इसीलिए इसका सेवन ना केवल पीलिया कि बीमारी में बल्कि कभी भी इसका सेवन हानिकारक होता है|

ज्यादा नमक या अचार खाने से पीलिया ठीक होने में ज्यादा समय लेता है| चाय या कॉफी में मौजूद कैफीन पीलिया Jaundice ठीक करने में बाधक बनती है|  ऐसे समय में मक्खन खाना बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता है| मक्खन में वसा यानी fat अधिक होता है जो मरीज के तनाव को बढाता है| प्रोटीन युक्त भोजन जैसे कि मछ्ली, अंडा खाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि इसका पाचन करना बहुत मुश्किल होता है|

पीलिया से कौन प्रभावित हो सकता है? ( Who can be affected by jaundice? )

यह बीमारी ज्यादातर नवजात बच्चों में देखने को मिलती है| जो व्यक्ति शराब क सेवन करता है उसे भी जॉन्डिस हो सकता है| यह बीमारी लीवर पर भी असर करती है|

पीलिया के कारण होने वाली अन्य बीमारियाँ ( other disease caused by jaundice)

पीलिया Jaundice एक खतरनाक बीमारी है| यदि इसका इलाज सही समय पर ना किया जाये तो यह अन्य बीमारीयों को भी पैदा कर सकती हैं |

1. फैटी लिवर – Fatty liver

जब लिवर में वसा कि मत्रा बढ जाती है तब यह बीमारी होती है|व्यायाम ना करना,तनाव,मोटापा,शराब क सेवन या लम्बे समय तक दवाइयां लेने के कारण यह बिमारी हो सकती है|पेट में दर्द्,थकान, भूख ना लगना,पाचन क्रिया में गडबडी जैसे इसके लक्षण हो सकते हैं |

2. सिरोसिस रोग- Cirrhosis disease

शराब क सेवन्,वसा युक्त भोजन और खराब जीवन शैली कि वजह से यह बीमारी होती है| इस बीमारी में लिवर कठोर हो कर लचीलापन खो देता है और सिकुडने लगता है|पेट दर्द्, पाँव में सूजन्,खून की उल्टीयाँ,  बेहोशी जैसे इसके लक्षण होते हैं |

3. लिवर फेल्योर – liver failure

यदि लिवर कि कोई भी बीमारी अधिक समय तक रह जाती है तो उअसे लिवर फेल्योर क खतरा बन सकता है | इसमें लिवर काम करना बंद कर देता है| ऐसी स्तिथि में लिवर ट्रांसप्लान्ट ही एक मात्र उपाय है |

पीलिया से बचने के घरेलु उपाय क्या हैं? ( What is the home remedy for jaundice?)

कई लोग जॉन्डिस से बचने के लिए झाड़-फूंक,मंत्र वगैरह का सहारा लेते हैं जो कि खतरनाक साबित हो सकता है| पीलिया के उपचार के लिए डॉक्टर की सलाह से दवाइयाँ लेना या घरेलु उपचार करना ही ज्यादा फायदेमंद रहता है|

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आज हम आपको इससे बचने के कुछ घरेलु या आयुर्वेदिक उपाय बताने जा रहे हैं |

1. गन्ने क रस ( sugarcane juice)-

मरीज़ को रोज़ तीन से चार गिलास साफ़ और शुद्ध गन्ने के रस का सेवन करना चाहिए|इससे रक्त में पित्तरंजक की मात्रा बढती है| यह गन्ने का रस जॉन्डिस के मरीज के लिए काफ़ी लाभकारी साबित होता है|यदि गन्ने का रस सत्तू खाने के बाद पिया जाये तो यह आठ से दस दिनों में ही पीलिया के मरीजों को ठीक किया जा सकता है |यदि थोड़े से सफ़ेद चूने के साथ गन्ने के रस को मिलाकर उसका सेवन किया जाये तो पीलिया Jaundice को जल्द से जल्द दूर भगाया जा सकता है|

2. नारंगी (orange)-

नारंगी जैसा खट्टा फल इस बीमारी में बहुत कारगर साबित होता है। मौसमी या नारंगी का सेवन काफ़ी फायदेमंद माना जाता है|नारंगी हमारे पाचन क्रिया को दुरुस्त रखती है|यह पीलिया के बीमारी में बड़ा लाभकारी होता है|यह फल हमारे खून में पित्तरंजक यानि Billburin की मात्रा को कम करती है|यह लीवर की कमजोरी को भी दूर करता है|

3. तुलसी के पत्ते (Basil leaves)-

लीवर में मौजूद विशैले पदार्थों को खत्म करने के लिए तुलसी के पत्ते बड़े लाभदायक होते हैं |रोज़ तीन से चार तुलसी के पत्ते अच्छे से धोकर निगलना चाहिए|

4. लहसुन (Garlic)-

लहसुन पीलिया Jaundice बिमारी के लिए बड़ा ही फायदेमंद होता है। प्रतिदिन 3-4 लहसुन की कलियों को अच्छे से पिसकर दूध में मिलाकर पीने से पीलिया का खतरा कम हो जाता है|

5. टमाटर (Tomato)-

टमाटर में लाईकोपीन नामक रसायन का एक अच्छा श्रोत है|सुबह उठ कर खाली पेट में टमाटर का रस पीना पीलिया के खतरे को दूर करता है|टमाटर के रस को बनाने के लिए गरम पानी में पहले टमाटर को उबालें और फिर उसके छिलके को निकालकर उसके अंदर के भाग को अच्छे से पीस कर उसे पीना चाहिए|

6.दही (Curd)-

प्रोबायोटिक बैक्टीरिया दही में पाई जाती है जो कि लीवर को मजबूत बनाती है और जॉन्डिस से भी लड़ने में सहायक होती है| यदि हमारा लिवर ठीक रहा तो jaundice का खतरा कम हो जाता है ।

7. धनिया के बीज-

धनिया के कुछ दानों को रात भर पानी में भिगोकर छोड़ दें और उस पानी को पिएं|उस पानी का इस्तेमाल आप किसी भी तरह के खाने में कर सकते हैं |यह पीलिया को सुधारने में कारगर साबित हो सकता है|

8. छाछ या मट्ठा ( buttermilk)-

छाछ या मट्ठा में कुछ चुट्की काली नमक मिला कर पीने से बहुत लाभ करता है |रोज सुबह- शाम एक-एक गिलास छाछ पीना अच्छा होता है|

9. आयुर्वेदिक उपचार- 

जॉन्डिस के इलाज के समय तीन हफ्ते का परहेज करना जरुरी होता है| ऐसे समय में शहद और सादा भोजन दवा कि तरह काम करते हैं | कुटक्की,मुनक्का,हरिद्रा आयोग्य चीज़ों के इस्तेमाल से काफ़ी आराम मिलता है|

10. नारियल पानी ( coconut water)-

नारियल पानी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है |यह हमारे पाचन क्रिया को सही रखता है जिससे लिवर पर कम जोर पड़ता है और जॉन्डिस होने क खतरा भी कम होता है|

11. गिलोय ( Giloy)-

गिलोय को शहद में मिलाकर पीना पीलिया के लिए लाभदायक होता है |इसकी अधिक गुणों को जानने के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक कि मदद आप ले सकते हैं |

12. पपीता ( papaya)- 

कच्चे पपीते को कम मिर्च मसाले के साथ तैयार किया गया सब्जी इस बीमारी के लिए बहुत फायदेमंद होती है।पका पपीता भी इसमें फायदा करता है|

13. प्याज ( onion)-

प्याज और निम्बू का सेवन भी पीलिया को दूर करता है।प्याज के छोटे- छोटे टुकड़े में निम्बू का रस और सेंधा नमक मिलाकर खाना चाहिए|इसमें काली मिर्च को भी सही मात्रा में मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं |

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14. मूली ( radish)-

पाँच भाग मूली के पत्तों के रस में एक भाग मिश्री को पीस कर मिला लें|रोज सुबह इसे पिएं| यह पीलिया का रामबाण या सबसे अच्छ इलाज है|मूली के पत्तों के रस में निम्बू और अपने अनुसार चीनी मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं| सुबह खाली पेट में रोज एक कप की मात्रा में इसका सेवन करने से यह पीलिया से हमें बचाता है|

15. फिटकरी ( alum)-

फिटकरी को फुला कर पिस लें ।पिसी हुई एक चम्मच फिटकरी को एक गिलास पानी में मिलाकर रोज सुबह इसका सेवन करें |दो- तीन दिन में ही इसका असर दिखने लगेगा |

image source:- http://www.canva.com

16. खान-पान (regular diet)-

ताज़ा और शुद्ध भोजन करना चाहिए|खाने से पहले हाथों को अच्छे से धोना चाहिए |अधिक से अधिक मात्रा में साफ़ पानी पीना चाहिए|नारंगी, निम्बू,अनार के रस का सेवन रोज करना चाहिए|एक बार में पेट भर के खाना नहीं खाना चाहिए | थोड़ा – थोड़ा दिन भर कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए|

17. जीवन शैली ( lifestyle)-

पीलिया के कारण लीवर कमजोर हो जाता है इसीलिए इंसान को ज्यादा आराम करना चाहिए| उसे शारीरिक क्रिया कम से कम करनी चाहिए| शारीरिक काम करने से इंसान थक सकता है और इस बीमारी से छुटकारा पाना उतना ही मुश्किल हो सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion) 

हमें इस बात की उम्मीद है कि पीलिया ke gharelu upay kya hai in hindi आर्टिकल में हमने इस विषय के बारे में  संपूर्ण जानकारी दि हैं, पीलिया से छुटकारा पाने के बारे में आपको हमारे आर्टिकल में जो जानकारी मिली है। वह आपके लिए बहुत फायदेमंद होगी। इस आर्टिकल के माध्यम से आप पीलिया के समस्या को आसानी से दूर कर सकते हैं।

यदि आप इस विषय से संबंधित कुछ भी प्रश्न पूछना चाहते हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं या आप किसी भी तरह के सुझाव देना चाहते हैं तो आप कमेंट बॉक्स के माध्यम से सुझाव व्यक्त कर सकते हैं।

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