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Second Pregnancy: पहले और दूसरे बच्चे की उम्र में कितना फर्क होना चाहिए – What should be the age Difference Between the first and Second Child In Hindi ?

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Second Pregnancy in Hindi Table Of Content

Second Pregnancy: पहले और दूसरे बच्चे की उम्र में कितना फर्क होना चाहिए – What should be the age Difference Between the first and Second Child In Hindi ?

जब महिलाएं अपने पहले बच्चे को जन्म दे देती हैं तो अक्सर उनके मन में इस बात का ख्याल आता है कि उन्हें दूसरे बच्चे के लिए कब तैयार होना चाहिए। क्योंकि बहुत सी महिलाएं जल्दी बच्चे करने के चक्कर में अपना शरीर बेकार कर लेती हैं, क्योंकि बच्चों के बीच में अगर सही अंतर ना हो तो इसके कारण माता का शरीर पूरी तरह से खराब हो जाता हैं। इसी वजह से गर्भवती होने से पहले आपको इस बात का अच्छे से पता होना चाहिए।

क्या आपको पहले बच्चे के बाद दूसरे बच्चे के लिए कब तैयारी करनी है आपने अक्सर बहुत-सी महिलाओं को देखा होगा कि जब वह बच्चों को जन्म देती हैं, तो उनके सभी बच्चों के बीच में सिर्फ 12 से 15 महीने का ही अंतर होता है और इसी वजह से मैं महिलाएं बुढ़ापा शुरू होते ही बीमारियों की चपेट में आ जाती हैं, क्योंकि शरीर में रिकवरी हुए बिना ही वह लगातार बच्चों को जन्म देती हैं।

 इसीलिए उनका शरीर बेहद कमजोर हो जाता है और वह बुढ़ापा सहन नहीं कर पाता इसीलिए महिलाओं को इस बात का अच्छे से पता होना चाहिए कि 2 Bacho Ke Bich me Kitna Gap Hona Chaiye तथा 2nd Pregnancy Se Pahle kin Baton Ka Khayaal Rakhe इसी के साथ हम आपको Care Tips In 2nd Pregnancy In Hindi के बारे में भी विस्तार से बताएंगे।

After Giving Birth to One Child, What Should be the Difference in the Birth of Another Child In Hindi ?

एक बच्चे को जन्म देने के पश्चात दूसरे बच्चे के जन्म में कितना अंतर होना चाहिए –  After Giving Birth to One Child, What Should be the Difference in the Birth of Another Child In Hindi ?

महिलाओं के अच्छे स्वास्थ्य के लिए अब हम आगे आपको इस बात का जवाब देने वाले हैं कि एक बच्चे को जन्म देने के पश्चात दूसरे बच्चे को कब जन्म देना चाहिए। हम आपको समय अवधि के साथ-साथ फायदे और नुकसान भी बताएंगे जिससे कि आप इस बात का अंदाजा लगा सके कि आपको दूसरे बच्चे को जन्म कब देना हैं।

उम्र में 2 साल से कम अंतर – Age Difference of Less Than 2 Years ?

अगर आपके दो बच्चों की उम्र के बीच 2 साल से कम का अंतर होता हैं, तो उसके बहुत से फायदे और नुकसान हो सकते हैं जैसे कि –

बच्चों की उम्र में 2 साल से कम अंतर के फायदे –

अगर आपके बच्चों के बीच का अंतर कम है तो फिर दोनों ही बच्चों को अपनी माता की ज्यादा आवश्यकता होती है क्योंकि अभी आपका पहला बच्चा भी थोड़ा छोटा हैं, इसीलिए आपको दूसरे बच्चे के डायपर बदलने या नहलाना आदि करें आप आसानी से कर सकती हैं।

इसका दूसरा बड़ा फायदा यह भी है कि अगर बच्चों की उम्र में अंतर कम होगा तो वह जल्दी ही आपस में खेलने योग्य हो जाएंगे जिससे कि वह अपने आप को बिल्कुल भी अकेला महसूस नहीं करेंगें।

बच्चों की उम्र में कम अंतर होने का फायदा यह भी होता है कि अगर आप कहीं पर कार्य करती हैं और आपने दूसरा बच्चा होने पर मैटरनिटी लीव ली हैं, तो उस समय आपको अपने पहले बच्चे के साथ भी अधिक से अधिक समय बिताने को मिलेगा जिसकी वजह से आप उसका अच्छा ख्याल रख सकेंगी।

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अगर आपके बच्चों की उम्र में कम समय का फैसला होगा तो इसके कारण दोनों ही बच्चों को आपस में अधिक से अधिक समय बिताने का अवसर मिलता हैं, जिसकी वजह से वह बचपन से ही एक दूसरे के साथ काफी अच्छी तरह रहते हैं और वह दोनों बचपन से ही एक दोस्त की तरह भी रहते हैं इसी वजह से दोनों बच्चे एक दूसरे को अच्छी तरह समझते हैं, आपको पता होना चाहिए कि एक समान उम्र के ज्यादातर भाई बहन अधिक रचनात्मक हो सकते हैं।

बच्चों की उम्र में कम अंतर होने के नुकसान –

अगर बच्चों की उम्र में कम अंतर होगा तो उसका सबसे बड़ा कारण महिला के शरीर पर पड़ता हैं, क्योंकि बच्चों की उम्र में कम अंतर होने की वजह से महिलाओं का शरीर पूरी तरह से रिकवरी नहीं कर पाता जिसकी वजह से महिलाएं कम उम्र में ही बूढ़ी होने लगती हैं या फिर ऐसा भी हो सकता है कि जब वह कम समय के पश्चात अपने दूसरे बच्चे को जन्म दें तो जन्म से ही उनका बच्चा काफी कमजोर हो इसीलिए बच्चों की उम्र में ज्यादा अंतर होना आवश्यक हैं।

अगर आपके दो बच्चों की उम्र के बीच में कम ही अंतर है तो उसके कारण आपको बहुत ही मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता हैं, क्योंकि दो छोटे बच्चों को एक साथ पालने में दिक्कत हो सकती है और महिलाएं इस काम में काफी थक भी जाती हैं, क्योंकि उनका पूरा दिन बच्चे की देखभाल में ही गुजर जाता है, अगर आपके बच्चों की उम्र में ज्यादा अंतर होगा तो फिर आपको अपने दोनों बच्चों की परवरिश करने का पूरा समय मिलेगा।

आपके दोनों बच्चे ही छोटे होंगे तो फिर आपको दोनों पर ही काफी ज्यादा ध्यान देना पड़ता है क्योंकि आपको दोनों ही बच्चों तो खाने-पीने से लेकर उनके कपड़े बदलने तक पूरा ध्यान रखना पड़ता हैं, अगर आपका एक बच्चा बड़ा होगा तो फिर आपको अपने दूसरे बच्चे की देखभाल करने में दिक्कतें नहीं आएंगी।

बच्चों की उम्र में 2 से 4 साल का अंतर – 2 to 4 Years Difference in Age of Children In Hindi ?

अगर आप अपने दोनों ही बच्चों के बीच में 2 से 4 साल का अंतर रखते हैं, तो आपको इसके भी काफी फायदे और नुकसान हो सकते हैं जिनके बारे में हम अब आगे जानेंगे :-

2 से 4 साल के अंतर का फायदा –

  • अगर आपके बच्चों की उम्र में दो या 3 से 4 साल का अंतर है तो इस प्रकार की डिलीवरी को एक सुरक्षित डिलीवरी माना जाता है और यह महिलाओं के लिए भी बहुत ही ज्यादा सुरक्षित होता हैं, क्योंकि जब महिलाओं के शरीर की रिकवरी होने को 3 से 4 साल का समय मिल जाता है तो इतने समय में महिलाओं का शरीर पूरी तरह से रिकवर हो जाता है। इसलिए महिलाओं को बच्चे को जन्म देने के पश्चात किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होती और वह बिल्कुल स्वस्थ जीवन जीती हैं।
  • अगर बच्चों के बीच में 3 से 4 साल का अंतर होता हैं, तो इस प्रकार आपके बच्चे काफी ज्यादा स्वस्थ रहते हैं क्योंकि माता के शरीर की रिकवरी होने के लिए पूरा समय मिल जाता है इसी वजह से बच्चों को पूरी तरह से पोषण प्राप्त होते हैं इसीलिए बच्चे जन्म के पश्चात बिल्कुल स्वस्थ रहते हैं।
  • अगर आप के पहले बच्चे की उम्र 3 से 4 साल हो चुकी हैं, तो उस समय आपको दूसरे बच्चे को जन्म देने पर काफी फायदा मिलता हैं, क्योंकि आपके बड़े बच्चे के कपड़े भी आपके पास पड़े होते हैं जो कि आपके छोटे बच्चे के काम आ सकते हैं।
  • अगर आपका बच्चा 3 से 4 साल का हो चुका है और आप दूसरे बच्चे को जन्म देना चाहते हैं, तो इस चीज में आपका सबसे बड़ा फायदा यह भी है कि आपका बड़ा बच्चा अपने मुख्य काम खुद ही करने लगा है जैसे कि वह पेशाब करने या पॉटी करने में अब ट्रेंड हो चुका है। वह आपकी सहायता के बिना भी यह सब कर सकता है इसलिए आपके लिए अब आसानी हो जाएगी।
  • 3 से 4 साल का बच्चा प्ले स्कूल में भी जाने लगता हैं, इसलिए जब आपका बच्चा प्ले स्कूल में शुरुआती पढ़ाई करने के लिए जाएगा तो उस समय आपको अपने छोटे बच्चे के साथ समय बिताने के लिए अधिक से अधिक समय मिल जाता हैं, इसीलिए आप अपने छोटे बच्चे पर ज्यादा ध्यान देते हैं और उसकी काफी अच्छी परवरिश हो जाती हैं।
  • दो बच्चों की उम्र में 2 से 4 साल का अंतर होने पर आपका यह फायदा भी है कि आपको तो बच्चों के डायपर एक साथ रखने की आवश्यकता नहीं होती है और ना ही आपको अपने दोनों बच्चों को स्तनपान करवाना पड़ता, क्योंकि आपका बड़ा बच्चा पहले ही टाइम पास करना छोड़ चुका होता है और ऐसे में आपको सिर्फ अपने छोटे बच्चे को ही स्तनपान कराना होता हैं।

बच्चों की उम्र में 2 से 4 साल का अंतर होने के नुकसान –

बहुत से Parents के लिए अपने बच्चों की उम्र में यह अंतर रखना एक मुश्किल कार्य भी हो सकता हैं, क्योंकि अगर आपका बड़ा बच्चा 2 से 4 साल की उम्र का है और वह अगर घर से बाहर जाता है तो अपना ध्यान खुद नहीं रख सकता आपको ही उसका ख्याल रखना होगा, इसलिए कुछ माता-पिता के लिए आयु में 2 से 4 साल का अंतर भी फायदेमंद नहीं होता।

कुछ मामलों में आपके बच्चे भी हो सकते हैं, क्योंकि अगर आपका बच्चा 3 से 4 साल की आयु का है तो ऐसे रहे आपकी बातों को भी समझने लगता है। इसलिए अगर आपके छोटे बच्चे पर ज्यादा ध्यान देती हो तो इस बात को समझने लगता है कि उसके साथ भेदभाव किया जा रहा हैं, इसीलिए आपका बच्चा थोड़ा चुटकुला भी हो सकता हैं।

दो बच्चों की आयु में 4 साल से ज्यादा अंतर होने पर – If There is a Difference of More Than 4 Years in the Age of Two Children’s In Hindi ?

बच्चों की आयु में 4 साल या उससे अधिक समय होने पर आपको अनेकों फायदे और नुकसान हो सकते हैं जिनके बारे में आपको पहले से ही पता होना आवश्यक है

4 साल या उससे अधिक समय होने के फायदे –

अगर आप अपने दूसरे बच्चे को पहले बच्चे से लगभग 4 साल या 4 साल के बाद जन्म देते हैं, तो इस प्रकार आपको बहुत से फायदे भी हो सकते हैं जैसे कि :-

  • जब आपका बच्चा 4 साल या उससे अधिक उम्र का हो जाता है तो उस समय वह हर एक चीजों को समझने लगता हैं, इसलिए मैं अपने छोटे-मोटे काम भी कर सकता है जैसे कि सुसु पॉटी करना या चप्पल जूते खुद पहनना। इसके अतिरिक्त बच्चा स्कूल भी नहीं जाने लगता है जिसकी वजह से माता को अपने छोटे बच्चे के साथ समय बिताने के लिए अधिक से अधिक समय मिल जाता है और वह अपने छोटे बच्चे का ज्यादा ख्याल रखती है, इसलिए आपको अपने एक बच्चे को जन्म देने के पश्चात 4 साल तो कम से कम रुकना ही चाहिए।
  • जब आपका बच्चा 4 साल या उससे अधिक उम्र का हो जाता हैं, तो उस समय वह अपने छोटे भाई या बहन को भी थोड़ी देर संभाल सकता हैं, वह उसके साथ खेल भी सकता है जिससे कि आपके छोटे बच्चे का बनी लगा रहेगा इसीलिए बच्चों के जन्म में ज्यादा गैप की आवश्यकता होती हैं।
  • जब आपका बच्चा 4 साल या फिर उससे अधिक उम्र का हो जाता हैं, तो वह बाहर भी खेलने कूदने के लिए अपने साथ के बच्चों के साथ जा सकता हैं, क्योंकि उसको हर चीज की सब्जी हो जाती है इसलिए आप उसे थोड़ी देर अकेला भी छोड़ सकती हैं।
  • दूसरे बच्चे के जन्म में 4 साल से ज्यादा स्वास्थ्य होने पर यह आपके शरीर के लिए भी काफी फायदेमंद होता हैं, क्योंकि बच्चे की माता की रिकवरी अच्छी तरीके से हो जाती हैं, इसीलिए वह दूसरे बच्चे को भी आसानी से जन्म दे सकती है जो कि उसका शरीर अब बच्चे को जन्म देने के लिए पूरे तरीके से तैयार हो गया हैं।
  • अगर आपके दूसरे बच्चे की आयु में 4 से अधिक वर्ष का फासला होता हैं, तो इस प्रकार आप एक बहुत ही अच्छे स्वस्थ बच्चे को जन्म देती हैं, क्योंकि ज्यादा फैसले के बाद किए हुए बच्चे अक्सर तंदुरुस्त होते हैं और वह बचपन में होने वाली बीमारियों से भी पूरी तरह से बचे रहते हैं।

बच्चों की आयु में 4 साल से अधिक समय होने के नुकसान –

बहुत से माता-पिता के लिए अपने दूसरे बच्चे को 4 साल से अधिक गैप में जन्म देने में दिक्कतें भी आ सकती हैं। कई बार ऐसे भी होता है कि जब किसी महिला को पहला बच्चा ऑपरेशन से होता है तो उसके पश्चात महिलाओं को दूसरा बच्चा करने में दिक्कतें आती है, यदि वह किसी अच्छे Gynecologist Doctor की सलाह लेनी चाहिए नहीं तो उनकी जान पर भी बन सकती है मतलब कि उन्हें अपनी जान भी गंवानी पड़ सकती हैं। इसीलिए अगर आप 4 साल से अधिक समय के पश्चात दूसरे बच्चे को जन्म देना चाहती हैं तो आपको पहले डॉक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए।

बहुत सी महिलाओं के साथ ऐसा भी होता है कि अगर वह 4 साल से अधिक समय के पश्चात बच्चे को जन्म देती है तो उन्हें बिना बीमारी के ही कोई ना कोई समस्या भी हो सकती है जैसे कि थायराइड की समस्या हो ना आजकल की महिलाओं में थायराइड की समस्या बहुत ज्यादा देखी जा रही है जिसकी वजह से वह बच्चे को जन्म नहीं दे पाती, इसी वजह से आपको अपना थायराइड भी चेक करवाना चाहिए क्योंकि जिन महिलाओं को थायराइड होता है तो उन्हें 4 साल से अधिक समय के पश्चात बच्चे को जन्म देने में काफी कठिनाइयां होती हैं।

First Week of Pregnancy: प्रेगनेंसी का पहला सप्ताह लक्षण,शारीरिक बदलाव, खुद की देखभाल एवं बच्चे का विकास 

अगर आप 4 साल से अधिक समय के पश्चात अपने बच्चे को जन्म दे रही हैं, तो उस समय आपका बड़ा बच्चा तो आत्मनिर्भर हो जाता है लेकिन जब छोटे बच्चे का जन्म हो जाता हैं, तो उस समय आप छोटे बच्चे पर ज्यादा ध्यान देने लगती है जिसकी वजह से आपका बड़ा बच्चा अकेलापन महसूस कर सकता है और उसे अकेला रहने की आदत भी पड़ सकती है इसलिए उसे अकेला नहीं रहने देना चाहिए उसे अपने छोटे भाई या बहन के साथ खेलने के लिए कहना चाहिए।

अगर दो भाई बहनों की आयु में ज्यादा उम्र का फर्क होता हैं, तो उन दोनों की ही पसंद अलग अलग होती है जिसकी वजह से वह एक दूसरे की पसंद को नापसंद करते हैं ज्यादातर ज्यादा उम्र का फासला होने वाले बच्चों में सिर्फ यही सबसे बड़ी समस्या देखी जाती हैं, इसलिए आपको अपने बच्चों को बचपन से ही कुछ इस तरीके से तैयार करना चाहिए कि वह एक दूसरे की एक दूसरे की पसंद अच्छी लगें।

image source:- http://www.canva.com

अगर महिलाएं 10 साल से भी अधिक समय के पश्चात बच्चे को जन्म देना चाहती हैं तो उन्हें क्या जाने की आवश्यकता है – What do Women Need to know if they Want to Give Birth After More than 10 years In Hindi ?

अगर कोई भी महिला 10 साल से अधिक समय के पश्चात एक दूसरा बच्चा करने की सोच रही है तो हम आपको बता दें कि इतने समय के पश्चात बहुत-सी महिलाओं के शरीर में कुछ कमी भी हो सकती हैं। खास तौर पर जो महिलाएं ऑपरेशन के द्वारा बच्चे को जन्म देती हैं तो उनमें तो बहुत सी परेशानियां देखने को मिलती हैं, इसीलिए 10 साल की उम्र के पश्चात बच्चे को जन्म देने के बारे में अगर आप सोच रहे हैं तो आपको बहुत सी जांच की आवश्यकता हैं।

कई महिलाओं को 10 साल के पश्चात मासिक धर्म में अनियमितता हो जाती है जिसकी वजह से उन्हें गर्भधारण करने में परेशानी होती हैं, क्योंकि कोई भी महिला जब तक गर्भवती नहीं हो सकती जब तक उसके मासिक धर्म समय पर ना आते हों।

बहुत-सी महिलाओं को इतने लंबे समय के पश्चात सुबह या Thyroid की समस्या भी हो जाती है जिसकी वजह से उन्हें गर्भधारण करने में परेशानी होती हैं, इसलिए पहले आपको इन समस्याओं से छुटकारा पाना होगा।

अगर महिलाएं पहले बच्चे के जन्म से 10 साल के बाद दूसरा बच्चा करने की सोच रही है तो उन्हें इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि उनका शरीर पूरी तरह से स्वस्थ होना चाहिए, अगर उनके शरीर में काफी मोटापा है तों इस प्रकार की महिलाओं को भी गर्भधारण करने में समस्या होती है क्योंकि मोटापे की वजह से महिलाओं के शरीर में Cholesterol की मात्रा भी अधिक बढ़ जाती है इसके अतिरिक्त Blood Circulation भी अच्छे से नहीं होता और इन्हीं कारणों से महिलाएं गर्भवती नहीं हो पाती। अगर वह गर्भवती हो भी जाती हैं तो भी उन्हें बच्चे को जन्म देने में परेशानी होती हैं।

Conclusion

आशा है कि इस पोस्ट के माध्यम से आपको इस बात का पता लग चुका होगा कि आपको पहले बच्चे के जन्म के पश्चात दूसरे बच्चे को जन्म कब देना चाहिए। दूसरे बच्चे की योजना बनाते समय बहुत सी बातों का ख्याल रखना पड़ता है क्योंकि कुछ महिलाओं का शरीर इस काबिल नहीं होता कि वह दूसरे बच्चे को जन्म दे सकें, इसीलिए हमें पूरी जानकारी हासिल करने के पश्चात ही दूसरे बच्चे की योजना बनानी चाहिए। इसके अतिरिक्त आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको 2 Bacho Ke Bich me Kitna Gap Hona Chaiye तथा 2nd Pregnancy Se Pahle kin Baton Ka Khayaal Rakhe इसके बारे में बताया हैं। इसी के साथ-साथ हमने आपको 2nd Pregnancy Tips In Hindi के बारे में भी पूरी तरह से बता दिया हैं। अब यदि आपको हमसे Care Tips Before 2nd Pregnancy In Hindi से संबंधित कोई प्रश्न पूछना हों, तो कमेंट सेक्शन में कमेंट करें। धन्यवाद

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