Corona Third Wave in Himachal Pradesh: हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कोविड-19 की तीसरी लहर से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार, जानें खबरें
भारत के कई राज्यों में में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं, जिस को मद्देनजर रखते हुए हिमाचल प्रदेश की सरकार नेगेटिव रिपोर्ट और कोविड-19 एशियन प्रमाण पत्र को अनिवार्य कर दिया है। इतना ही नहीं बल्कि अब ऑनलाइन पंजीकरण भी शुरू कर दिया गया। बुधवार को राज्य आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ ने एक आदेश जारी किया जिसके तहत यदि कोई दूसरे राज्य का व्यक्ति हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करना चाहता है तो कोविड ई-पास पोर्टल पर पंजीकरण कराना आवश्यक है।
हालांकि माल से भरे वाहनों के आने-जाने पर कोई रोक नहीं है। प्रत्येक दिन या सप्ताह में केवल 1 दिन व्यापारी, आपूर्तिकर्ता, उद्योगपतियों, लोगों के कामगार परियोजना, प्रस्ताव को सरकारी कर्मचारियों, सेवा प्रदाता और मरीजों आदि को भी किसी प्रकार की रोक टोक नहीं है। बेबी ना rt-pcr की नेगेटिव रिपोर्ट या करोना के खुराक के प्रमाण पत्र के बिना राज्य में प्रवेश कर सकते हैं। इन सभी को छोड़कर बाकी लोगों के प्रवेश के लिए वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र और कोविड-19 रिपोर्ट अति आवश्यक है।
शर्त यह है कि जिस भी क्षेत्र के लोगों को बिना रोक-टोक हिमाचल प्रदेश में प्रवेश दे दिया जाता है, उसे 72 घंटे के भीतर राज्य से निकल जाना है। या फिर अपने राज्य से बाहर जाने पर भी 72 घंटों के अंदर राज्य में पुनः वापस आना होगा। जो बच्चे अपने पेरेंट्स के साथ इस राज्य में प्रवेश करेंगे, यदि उनकी उम्र 18 से कम है तो उन्हें भी कोविड-19 रिपोर्ट, rt-pcr की कोई भी रिपोर्ट नहीं चाहिए। हिमाचल प्रदेश में पहले से खुराक के प्रमाण पत्र एवं आरटी पीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट तो अनिवार्य है ही लेकिन अब साथ ही साथ पंजीकरण की शर्त भी लगाई जा रही हैं।
इसके संबंध में सभी आदेश हिमाचल प्रदेश सरकार के राज्य आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व मुख्य सचिव राम सुभाग सिंह ने जारी किए हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर राज्य के लोगों से आग्रह कर रहे हैं कि प्रत्येक लोग कोविड-19 टीकाकरण अभियान में शामिल हो। करुणा के बढ़ते मामले को देख सरकार द्वारा टीकाकरण अभियान बड़े पैमाने पर शुरू किया गया है।इस अभियान में सबसे प्रमुख योगदान देश में हिमाचल प्रदेश का है। विश्रामगृह कांगड़ा में मुख्यमंत्री ने बुधवार को जनसाधारण की समस्याएं सुनी।
उन्होंने अपने राज्य के निवासियों को कहां की सरकार पूरी तरह से कोरोना से लड़ने व निपटने के लिए तैयार हैं। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा सभी जनसाधारण निवासियों को बताया गया कि सभी आवश्यक प्रबंध संभावित तीसरी लहर को मात देने के लिए पहले से किए जा चुके हैं। टांडा मेडिकल कॉलेज एवं प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी लाने के लिए सरकार द्वारा संस्थानों को निर्देश दिए गए हैं एवं प्रभावी कदम भी उठाया गया।
राज्य सरकार द्वारा एक योजना जनमंच कार्यक्रम शुरू की गई, जिसे जन शिकायतों को दूर करने के लिए शुरू किया गया था। इसके अनुसार हेल्पलाइन 1100 नंबर पर संपर्क कर अपनी समस्याओं को साझा कर सकते हैं, आर्य सहायता प्रदान करने में सफल हो रही है। 2.48 लाख लोग हैं इस हेल्पलाइन के द्वारा शिकायतें की है जिनमें से आधे से अधिक की समस्याओं को दूर कर दिया गया है। लेकिन कोरोना के इस बढ़ते मामले के कारण पिछले कुछ महीनों से इस कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो पाया। लेकिन सरकार ने कहा कि जैसे स्थिति सामान्य होती है इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
जनता की समस्याओं एवं शिकायतों को दूर करना ही इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य है। इस अवसर पर मंत्री सरवन चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, सांसद एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कश्यप, जिला प्रदेश अध्यक्ष रमेश बराड़, विधायक विशाल नैहरिया और कृपाल परमार उपस्थित होकर समस्याओं के निवारण के लिए उठाने वाले कदम पर चर्चा की जाती है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तीसरे लहर के लिए भी पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने सभी आवश्यक प्रबंध पहले से ही कर रखें हैं।