Coronavirus :केरल में लगातार बढ़ रहे हैं कोरोनावायरस मामले, स्वास्थ्य मंत्री ने जताई आने वाले दिनों में 2 गुना से अधिक वृद्धि होने की आशंका
वर्तमान समय में पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ी चिंता कोरोनावायरस उत्पन्न हुए डेल्टा वेरिएंट्स हैं। इस डेल्टा वैरीअंट से लड़ने के लिए अब भी दुनिया भर के वैज्ञानिक और एक्सपर्ट्स की वैक्सीन पर काम कर रहे हैं। वही भारत के केरल राज्य में दूसरी लहर का प्रभाव जारी है हालांकि करुणा की पहली लहर की वक्त केरल में इस महामारी को आसानी से कंट्रोल में किया गया था लेकिन एक रिपोर्ट के मुताबिक केरल की राज्य स्वास्थ्य मंत्री ने और परेशानी की आशंका जताते हुए कहा कि कोरोना के कारण राज्य में बुरे हालात हो सकते हैं।
देशभर में कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव धीरे धीरे कम हो रहा है तो वहीं यह महामारी केरल में अपना भयानक रूप दिखा रही है। जहां देश के सभी हिस्सों में कोरोना से संक्रमित मामले धीरे-धीरे कंट्रोल में आ रहे हैं वही केरल में प्रतिदिन लगभग 20 हजार के आसपास के मामले देखे जा रहे हैं।

प्रतिदिन जिस तरीके से कोरोना के मामलों में वृद्धि आ रही है उसे देख कर ऐसा लगता है कि आने वाली कुछ दिनों में केरल राज्य में कोविड-19 से संक्रमित मामले दो गुना से अधिक हो सकते हैं। केरल की कुछ जिलों में एक से अधिक आर वेल्यू है जिसके कारण यह आशंका जताई जा रही है। बीते शुक्रवार को केरल राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने विधानसभा में वर्तमान समय में केरल राज्य के कोविड-19 के बारे में बताते हुए कहा कि केरल की 90 प्रतिशत मरीजों में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट पाए गए हैं जो तेजी से फैलने की क्षमता रखते हैं। जिनोम सीक्वेंसिंग के जरिए इन आंकड़ों का पता लगाया गया है।
वहीं दूसरी तरफ राज्य स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने सरकार द्वारा लगाए गए कोविड-19 प्रतिबंधों की वकालत करते हुए कहा कि अब तक दूसरी लहर पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है लेकिन तीसरी लहर आने की आशंका है और इसी कारण केरल राज्य में कोविड-19 के कारण लगाए गए प्रतिबंधों को नहीं हटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह लोगों के आजीविका की रक्षा और जीवन की रक्षा के लिए अनिश्चित लॉकडाउन में नहीं रह सकते इसलिए इन सभी बातों को देखते हुए केरल में लगाए गए प्रतिबंधों पर बीते बुधवार को केरल सरकार ने थोड़ी ढील दे दी थी लेकिन रविवार को पूरी तरह से लॉकडाउन या साप्ताहिक कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी किया गया था।
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वीणा जॉर्ज का कहना है कि यदि कोरोना के कारण लगाए गए प्रतिबंधों को पूरी तरह से हटाया जाता है तो लोगों की जिंदगी खतरे में आ सकती है और सरकार ऐसा नहीं करना चाहती। उस आदेश के अंतर्गत यह भी कहा गया था कि सप्ताह के 6 दिन यानी केवल रविवार को छोड़कर सभी दुकाने सुबह के 7 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक खुल सकेंगे। विपक्षी नेता वी डि सतीशन ने कहा था कि यदि यह नए प्रतिबंध लगाए गए तो केरल राज्य में पुलिस का राज हो सकता है जिसका जवाब देते हुए केरल राज्य की स्वास्थ्य मंत्री ने प्रतिबंधों की बात को स्पष्ट किया था।

आपको बताते चलें कि बीते शुक्रवार को 19 हजार 9 सौ 48 कोविड-19 के नए मामले केरल में पाए गए थे और एक सौ 87 कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्यु हुई थी। इन्हीं आंकड़ों के साथ मृत्यु होने वाले मरीजों की संख्या 17 हजार 5 सौ 15 और एक्टिव केसेस की संख्या 1 लाख 78 हजार 2 सौ 4 हो गई थी।
हालांकि बीते गुरुवार तक भारत के दक्षिणी राज्य में दैनिक आंकड़ों के हिसाब से 8 दिनों से 20 हजार से अधिक कोरोना से संक्रमित मामलों को दर्ज किया जा रहा था। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि क्षेत्रों को हजार की जनसंख्या में वर्गीकृत कराने की जरूरत है और वैसे जगहों पर ट्रिपल लॉकडाउन लगाया जा सकता है जहां हर हजार की संख्या पर 10 लोग पॉजिटिव हो।