Herpes (हर्पीस) क्या है इसके कारण लक्षण एवं घरेलु उपचार हिंदी में | What is Herpes in Hindi its Causes, Symptoms And best Home Remedies?

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Dr. Pranav Bhardwaj
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Herpes (हर्पीस) क्या है इसके कारण लक्षण एवं घरेलु उपचार हिंदी में | What is Herpes in Hindi its Causes, Symptoms And best Home Remedies?

यदि हम अपने शरीर की गंदगी ना साफ करें तो साफ-सफाई न रखने की स्थिति में त्वचा संबंधी बीमारियों का होना आम बात है, जो मुख्य रूप से किसी व्यक्ति के संक्रमण (वायरल, बैक्टीरियल, फंगल और पैरासिटिक) की वजह से हो सकती हैं। वहीं, त्वचा से संबंधित कुछ समस्याएं ऐसी भी हैं, जिनका नाम सुनते ही लोग काफी ज्यादा जाते हैं। उन सभी बीमारियों में से एक बीमारी हर्पीस है। इस बीमारी में रोगी को असहनीय पीड़ा, दर्द और जलन के जैसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। परंतु आपको इन सभी बीमारियों से डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आज हम आपके लिए यह बेहतरीन पोस्ट लेकर आ गए हैं।

आज की हमारी इस पोस्ट में आप जानेंगे, की Herpes Kya Hota Hai तथा Herpes Kya Bimari Hai और Herpes Ke Lakshan In Hindi? Herpes Ke Daag Kaise Mitaye? Herpes Ko Thik Karne Ke Upay? Herpes Ko Thik Karne Ka Upay? यदि आप इन सभी सवालों के जवाब अच्छे से जानना चाहते हैं, तो हमारी इस पोस्ट को आखिर तक पढ़ते रहिएगा। क्योंकि आखिर तक ही आपको अच्छे से पता चल पाएगा कि Herpes Bimari Ka Ilaj In Hindi

Herpes  Kaisa dikhta hai

Herpes Kya Hota Hai – What Is Herpes Simplex Virus In Hindi?

हर्पीस एक ऐसा रोग है जो कि संक्रमण के कारण होता है, इसमें मुख्य रूप से त्वचा बहुत ज्यादा प्रभावित होती है जिस वायरस के कारण यह समस्या जन्म लेती है उसी वायरस को Herpes Simplex Virus कहा जाता है, इस बीमारी के होने पर प्रभावित स्थान पर छोटी-छोटी सी फुंसियों का एक समूह देखा जाता है।

इन फुंसियों की वजह से प्रभावित स्थान पर रोगी को काफी अधिक खुजली, दर्द और जलन महसूस होती है, जो बाद में एक घाव का रूप ले लेती हैं। इस समस्या को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा गया है। एक है मौखिक हर्पीस ( Oral Herpes ) और दूसरे को जननांग हर्पीस ( Gental Herpes ) का नाम दिया गया है। चलिए अब आगे अब हम हर्पीस के दोनों भागों के विषय में भी जान लेते है:-

Oral Herpes : – 

मौखिक हर्पीस होने पर रोगी को संक्रमण का असर मुख्य रूप से मुंह के चारों ओर चेहरे पर नजर आता है। वहीं, कुछ मामले ऐसे भी होते हैं जिनमें इसके गले तक फैलने की भी संभावना रहती है।

Genital Herpes :-

 हर्पीस के इस भाग में रोगी को संक्रमण जननांग और उसके आसपास के क्षेत्र मैं तो होता ही है, इसके साथ-साथ नितंब और गुदा क्षेत्र को भी यह काफी ज्यादा प्रभावित कर सकता है।

Note :  वैसे तो हर्पीस को मुख्य रूप से दो भागों में ही बांटा गया है, जिनके बारे में हमने आपको ऊपर बताया गया है, परंतु कुछ मामले ऐसे होते हैं जिनमें यह संक्रमण मुंह तथा जननांग के साथ ही आंख और शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित़ कर सकता है।

Herpes Ke Lakshan – Symptoms of Herpes in Hindi?

अब हम आपको Herpes Ke Lakshan In Hindi बताने जा रहे हैं जिनसे आपको पता चल जाएगा, कि आपको यह बीमारी है या नहीं है क्योंकि इस बीमारी से मिलते जुलते लक्षण एलर्जी के भी होते हैं, इसलिए आपको पूरा ध्यान रखना है और मौखिक हरपीज और जननांग हरपीज इन दोनों के ही लक्षण थोड़े से अलग-अलग होते हैं, चलिए नीचे इन के लक्षणों के बारे में विस्तार से जानते हैं  :-

इन दोनों में कुछ लक्षण एक समान होते हैं जैसे कि :-

  • इस समस्या से प्रभावित स्थान पर जलन का होना।
  • Herpes से प्रभावित स्थान पर छोटी-छोटी फुंसियों का एक समूह या पानी से भरे हुए दानों का दिखाई देना।
  • प्रभावित स्थान पर बहुत ज्यादा खुजली होना।
  • और यदि इस बीमारी को थोड़े ज्यादा दिन हो जाते हैं तो स्थिति में प्रभावित स्थान पर घाव भी हो जाते हैं।

मौखिक हर्पीस के लक्षण – Symptoms Of Oral Herpes In Hindi?

  • यदि आपके होठों के चारों ओर खुजली हो रही है, और जलन भी महसूस हो रही है तो यह भी इसी बीमारी का लक्षण है।
  • यदि आप की हॉट और मुंह के आसपास झुनझुनी महसूस हो रही है, तो यह भी इसी बीमारी के लक्षण है।
  • यदि आपके गले में खराश है और बुखार भी है, तथा आपको कोई भी खाना निगलने में परेशानी हो रही है तो यह भी इसी बीमारी के लक्षण हो सकते हैं।
  • यदि आपके मसूड़ों तथा होंठ और गले में छाले पड़ रहे हैं, तो भी यह इसी बीमारी के लक्षण हो सकते हैं।
Herpes  symptoms in Hindi
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जननांग हर्पीस के लक्षण – Genital Herpes

  • यदि आप को बुखार है और आपको कमजोरी भी महसूस हो रही है तथा वह भी बहुत ज्यादा कम लग रही है तो यह तीनों लक्षण इसी बीमारी के होते हैं।
  • आपके शरीर में घुटनों कमर तथा मांसपेशियों में दर्द होने पर भी बहुत से कैसे इसमें देखा गया है कि उन्हें इसी बीमारी की वजह से यह लक्षण दिखे थे।
  • यदि आपके शरीर में जीभ मुंह हॉट और  उंगली आदि तरल से भरे फफोले हो रहे हैं तो यह भी सी बीमारी के लक्षण है।
  • यदि आपको यूरिन के दौरान दर्द होता है तो भी आपको यह बीमारी हो सकती है।

Herpes Ke Karan – Causes of Herpes in Hindi?

मौखिक हर्पीस( Oral Herpes ) के कारण

  • यदि कोई व्यक्ति  इस बीमारी से संक्रमित है और आप उस संक्रमित व्यक्ति का चुंबन (Kiss) लेते हैं, तो भी आपको यह बीमारी लग सकती है।
  • यदि आप किसी का जूठा खा रहे हैं और वह व्यक्ति  इस बीमारी से संक्रमित है तो भी  आपको यह बीमारी हो सकती हैं ।
  • संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई लिप क्रीम या लिप बाम का इस्तेमाल करना।

जननांग हर्पीस का कारण

यदि कोई व्यक्ति इस बीमारी से संक्रमित हैं और आप उस संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाते हैं तो इस रोग के होने का मुख्य कारण यह भी है, जिसमें असुरक्षित तथा वैकल्पिक यौन संबंध शामिल होते है। अब हम आपको Herpes Ke Liye Gharelu Upay बताएंगे।

यह भी पढ़े Arthritis या जोड़ो का दर्द क्या है इसके लक्षण क्या है एवं कुछ कारगर घरेलु उपचार

Herpes Ke Liye Gharelu Upay – Home Remedies For Herpes In Hindi?

अब हम आगे आपको Herpes Bimari Ke Upay बताएंगे जो कि आपके लिए बहुत ही जगह लाभदायक सिद्ध होंगे, इसीलिए आप आगे की पोस्ट को ध्यान से पढ़िएगा।  ताकि आपको सब घरेलू मुझको के बारे में अच्छे से पता चल सके :-

 टी ट्री ऑयल(Tea Tree Oil for Herpes)

  • टी ट्री ऑयल हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा होता है इसके साथ-साथ यह हमें त्वचा संबंधी अनेकों बीमारियों से भी बचाता है यदि किसी भी व्यक्ति को जो लक्षण हमने बताएं इनमें से कोई भी लक्षण महसूस होता है तो उसे इस बीमारी से प्रभावित स्थान पर टी ट्री ऑयल दिन में तीन से चार बार लगाना है।
  • टी ट्री ऑयल को पूरा दिन लगे रहने देना है फिर रात में इसको अच्छे से धोने के पश्चात थोड़ा सा टी ट्री ऑयल फिर लगा लेना है, यदि आप नियमित रूप से ऐसा करते हैं तो टी ट्री ऑयल से आपको बहुत ज्यादा फायदा मिलेगा क्योंकि टी ट्री ऑयल में एंटीबायोटिक तथा एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो कि सूजन तथा इस प्रकार के Alergic Reaction से छुटकारा दिलाते हैं।
  • आपको इस घरेलू नुस्खे का उपाय 8 से 10 दिन करना है यदि इसके बीच में आपको फर्क दिख जाता है, तो अच्छी बात है अन्यथा आपको किसी त्वचा के डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। क्योंकि कुछ व्यक्ति ऐसे होते हैं, जिन पर घरेलू नुस्खे अपना असर नहीं दिखा पाते।

शहद(Honey)

  • शहद एक ऐसी प्राकृतिक औषधि है जिसका इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा लोग खाने के लिए करते हैं, परंतु आयुर्वेद की दृष्टि से देखा जाए तो बहुत सी बीमारियों में भी शहद का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अतिरिक्त यदि खुजली तथा एलर्जी जैसी समस्याओं में भी शहद का इस्तेमाल किया जाए तो यह हमारे लिए काफी ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।
  • यदि आपको Herpes बीमारी के कोई भी लक्षण दिख रहे हैं तो आपको तुरंत इस बीमारी से प्रभावित स्थान पर दिन में तीन से चार बार शहद लगाना चाहिए और उसके पश्चात रुई और पट्टी की सहायता से से ढक लें परंतु ज्यादा देर तक आपको इस स्थान को नहीं देखना ज्यादा से ज्यादा 10 से 15 मिनट तक ही रखें उसके बाद स्थान को खुला रहने दें।
  • यदि आप रोजाना दिन में तीन से चार बार ऐसा करते हैं, तो आपको बहुत ही जल्दी पर दिखना शुरू हो जाएगा, परंतु फिर भी आपको 10 या 12 दिन में भी अगर फर्क ना दिखे, तो आप एक बार त्वचा के डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

बेकिंग सोडे का पेस्ट(Baking Soda Paste for Herpes)

  • बेकिंग सोडा हमें आसानी से अपने घरों की रसोई में मिल जाता है, क्योंकि बेकिंग सोडे का इस्तेमाल ज्यादातर हर एक घर में किया जाता है बेकिंग सोडा के अंदर कुछ ऐसे गुण भी पाए जाते हैं, जो एंटी एलर्जी होते हैं और बैक्टीरिया को भी काफी हद तक नष्ट करते हैं।
  • यदि आपको अपने शरीर की त्वचा में Herpes बीमारी का कोई भी लक्षण दिख रहा है तो आपको बेकिंग सोडे का पेस्ट बनाना है बेकिंग सोडे का पेस्ट बनाने के लिए आपको अपनी आवश्यकता के अनुसार बेकिंग सोडे में पानी मिलाकर इसे अच्छे से मिक्स करके पेस्ट तैयार कर लेना है और उसके पश्चात इस पेस्ट को आपको प्रभावित क्षेत्र पर लगाना है।
  • फिर 10 से 15 मिनट लगे रहने देना है उसके पश्चात उसको धो लेना है यदि आप दिन में दो से तीन बार ऐसा करते हैं तो कुछ ही दिनों में आपको फर्क दिख जाएगा यह है इस बीमारी का बहुत ही अच्छा घरेलू नुस्खा है।

पेट्रोलियम जेली(Petroleum Jelly)

  • आप इस बीमारी के लक्षण दिखने पर पेट्रोलियम जेली का इस्तेमाल भी कर सकते हैं, क्योंकि पैट्रोलियम जेली भी हमारी त्वचा के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होते हैं जैसे कि वैसलीन आदि को भी पैट्रोलियम जेली कहते हैं।
  • यदि आप इस बीमारी के लक्षण दिखने पर पेट्रोलियम जेली को रोजाना तीन से चार बार प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं तो आपको इस बीमारी में काफी ज्यादा आराम मिलेगा और धीरे-धीरे आपके घाव भी भरने लगेंगे परंतु आपको यह नुस्खा रोजाना आजमाना है।

एलोवेरा जेल(Aloe Vera Gel for Herpes)

  • बच्चा संबंधी बहुत से ऐसे लोग हैं जिनमें घरेलू नुस्खे के तौर पर एलोवेरा जेल का इस्तेमाल किया जाता है, यदि आज के समय में किसी गांव में भी त्वचा से संबंधित है, बीमारी किसी भी व्यक्ति को हो रही है तो सबसे पहले घरेलू नुस्खे के रूप में वह एलोवेरा जेल का इस्तेमाल करता है क्योंकि एलोवेरा जेल प्राचीन काल से इस्तेमाल होता आया है।
  • यदि आपको Herpes बीमारी का कोई भी लक्षण अपने शरीर की त्वचा में दिखता है, तो आपको तुरंत एलोवेरा जेल को रोजाना चार से पांच बार इस बीमारी से प्रभावित क्षेत्र पर लगाना है, और यदि आप नियमित रूप से इस घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल करते हैं तो बहुत ही कम समय में आपको Herpes Ki Bimari Se Chutkara मिल जाएगा।
  • परंतु आपको एलोवेरा जेल का उपयोग प्रतिदिन करना है एक भी दिन इस उपाय को नहीं छोड़ना क्योंकि हमें किसी भी बीमारी में राहत तभी मिलती है जब हम दवाई का सेवन लगातार करें इसके अतिरिक्त आप एलोवेरा जेल को सिर्फ एलोवेरा पेड़ से ही निकाले क्योंकि बाजार में मिलने वाला एलोवेरा जेल बेकार भी हो सकता है।
Herpes Medicines and Treatment in Hindi

जैतून का तेल(Olive Oil for Herpes)

यदि आपको हरपीज की बीमारी का कोई भी लक्षण दिखता है तो आप जैतून के तेल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं, इसके लिए आपको जैतून के तेल को रोजाना तीन से चार बार प्रभावित क्षेत्र पर लगाना है, और उसके बाद ऐसे ही खुला छोड़ देना है यदि आप नियमित रूप से ऐसा करते हैं तो आपको इस समस्या से काफी कम समय में ही आराम मिल जाएगा, क्योंकि जैतून के तेल का इस्तेमाल आयुर्वेद के द्वारा बहुत पुराने समय से किया जा रहा है

Note :- यदि आपको Herpes की बीमारी के कोई भी लक्षण दिख रहे हैं, तो आपको तुरंत ही तला हुआ तथा मसालेदार खाना बिल्कुल छोड़ देना चाहिए। इसके साथ साथ ही आपको मांस मछली तथा अंडे का सेवन भी छोड़ देना चाहिए। इस तरह की बीमारियों में आप जितना ज्यादा खाना खाते हैं उतना ही ज्यादा आपके लिए अच्छा होता है।

Herpes Conclusion –

आशा करते हैं, कि आपको हमारी यह पोस्ट बहुत ही पसंद आई होगी। इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको Herpes Ke Lakshan और Herpes Ke Gharelu Upay तथा Herpes Ke Karan In Hindi बताए हैं। यदि अब भी आपको Herpes Ki Bimari से संबंधित कोई भी प्रश्न से पूछना हो तो आप कमेंट सेक्शन के माध्यम से पूछ सकते हैं हम आपको कुछ ही समय पश्चात उसका जवाब जरूर देंगे। धन्यवाद

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