Sixth Week of Pregnancy: प्रेगनेंसी के छठे सप्ताह के लक्षण,शारीरिक बदलाव, खुद की देखभाल एवं बच्चे का विकास | Sixth week of pregnancy – symptoms, physical changes, self-care best tips and baby’s development Hindi

Must Read

Dr. Arti Sharma
Dr. Arti Sharmahttp://goodswasthya.com
Dr. Arti Sharma is a certified BAMS doctor with at least 2 years of article writing experience on various medication and therapeutic lines. She is known for her best work in ayurvedic medication knowledge and there uses. Her hobbies including reading books and writing articles. With a good grip in sports, she uses to play for her university cricket team as a captain. Her work for ayurvedic is well known.डॉ आरती शर्मा एक प्रमाणित BAMS डॉक्टर है जिन्हे कम से कम 2 साल का विभिन्न दवाइयों और चिकित्सीय रेखाओं पर लेखन का अनुभव है। वह आयुर्वेदिक दवाओं के ज्ञान और उनके उपयोग में अपने बेहतरीन काम के लिए जानी जाती हैं। उनका शौक किताबें पढ़ना और लिखना है। खेलों में अच्छी पकड़ के साथ, वह एक कप्तान के रूप में अपनी विश्वविद्यालय क्रिकेट टीम के लिए खेल चुकी हैं। आयुर्वेद के क्षेत्र में उनका काम अच्छी तरह से जाना जाता है।
Sixth Week Of Pregnancy Care in Hindi Table Of Content

Sixth Week of Pregnancy Symptoms – जानिए गर्भावस्था के छठे हफ्ते के लक्षण ?

जब महिलाएं गर्भावस्था के छठे हफ्ते में पहुंचती हैं, तो उनके बच्चे का विकास तेजी से बढ़ जाता है। बच्चे का विकास होने के साथ-साथ महिलाओं को बहुत से परिवर्तन भी अपने शरीर में दिखाई देते हैं, जिन्हें देखकर गर्भावस्था के छठे हफ्ते का अंदाजा भी लगाया जा सकता है जब महिलाएं गर्भावस्था के छठे हफ्ते में पहुंच जाती हैं, तो उस समय उनकी स्थिति काफी नाजुक होती हैं उन्हें अपना तथा अपने बच्चे का ख्याल काफी ज्यादा रखना पड़ता है क्योंकि मां के ऊपर ही बच्चे की जिंदगी निर्भर करती है।

इसीलिए गर्भावस्था के छठे हफ्ते में महिलाओं को खाने-पीने से लेकर उठने बैठने सोने तक का ध्यान रखना पड़ता है, ताकि किसी भी प्रकार से बच्चे को कोई नुकसान ना पहुंच सके। आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको Symptoms Of Sixth week Pregnancy In Hindi तथा Pregnancy Me Kya Khana Chaiye और Safety Tips During Pregnancy In Hindi के बारे में बताएंगे हमारी पूरी पोस्ट पढ़ने के पश्चात सभी महिलाएं अपना तथा अपने बच्चे का ध्यान रखे से रख पाएंगे, इसलिए हमारी पोस्ट को आखिरी तक जरूर पढ़िएगा।

Baby'S Developement In 6th Week Of Pregnancy

गर्भावस्था के छठे हफ्ते में बच्चे का विकास – Baby’S Development In Sixth Week Of Pregnancy In Hindi ?

  • जब महिलाएं गर्भावस्था के छठे हफ्ते में होती हैं तो शिशु तकरीबन दाल के एक दाने के बराबर होता है और शिशु की लंबाई पांच मि.मी. (लगभग ¼ इंच से छोटी) है। शिशु का दिल 6 हफ्ते की गर्भावस्था में चार अलग-अलग chamber में विभाजित होना शुरु हो रहा है और शिशु दिल अब करीब 150 धड़कन प्रति मिनट की दर से धड़क रहा है। यह दर एक सामान्य आदमी की ह्दय गति से करीब दोगुना ज्यादा होता है।
  • 6 हफ्ते की pregnancy में शिशु का सिर उसके धड़ की तुलना में ज्यादा बड़ा होता है और यह उस हिस्से की तरफ झुका हुआ है, जहां पर शिशु की छाती बनेगी। अब शिशु की मुखाकृति बनने लगी है, जहां पर शिशु की आंखें बनेंगी वहां गहरे रंग के निशान भी दिखने लगते हैं। nostrils के छिद्र बन रहे हैं और कानों की जगह पर छोटे गड्ढ़े बन जाते हैं। अब शिशु की जीभ और vocal cords भी बनना शुरु हो जाती है।
  • शिशु के शरीर में जो छोटे अंकुर होते हैं वह आपके शिशु की बाजुएं और टांगे बनेंगे, गर्भावस्था के छठे हफ्ते में वें भी बढ़ना जारी रखते हैं। उनकी Muscles और bone tissue भी बन रहे हैं और वह त्वचा की बहुत पतली सी परत से ढका हुआ है। लेकिन वास्तव में, शिशु की त्वचा इतनी पतली होती है कि आप उसके आर-पार भी आसानी से देख सकती हैं।
  • आपके शिशु की neural tube भी अब विकसित हो रही है, जिससे Brain, spinal cord, nerves और spinal cord उत्पन्न होगी। neural tube में एक छिद्र बंद हो जाता है और Brain में चार खाली स्थान cavity बनते हैं, जिसे ventricular system कहा जाता है। ये cavity शिशु के विकसित हो रहे Brain और spinal cord को सुरक्षा प्रदान करने वाले तरल के उत्पादन में मदद करती हैं। folic acid न्यूरल ट्यूब के विकसित होते समय इसमें असामान्यताएं पैदा होने से बचाता है। इसलिए गर्भावस्था के 12 सप्ताह तक folic acid अनुपूरक लेने की सलाह दी जाती है।

Symptoms Of Sixth Week Pregnancy In Hindi – गर्भावस्था के छठे सप्ताह के लक्षण ?

जब गर्भवती महिलाएं गर्भावस्था के छठे सप्ताह में पहुंच जाती हैं, तो उनके शरीर में बहुत से बदलाव भी होने लगते हैं। इसी के साथ-साथ महिलाओं को बहुत से ऐसे लक्षण भी दिखाई देते हैं, जो कि दूसरे दिनों की अपेक्षा में काफी अलग होते हैं और इन्हीं लक्षणों से यह अंदाजा भी लगाया जा सकता है कि गर्भवती महिला अभी गर्भावस्था के छठे हफ्ते में है, तो चलिए अब हम Symptoms Of Sixth Week Pregnancy In Hindi के बारे में जान लेते हैं।

1. शारीरिक बदलाव |Physical changes

Sixth Week Of Pregnancy में गर्भ के अंदर बच्चे के विकास के साथ-साथ महिलाओं के शरीर में भी बहुत से परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं। जिनके द्वारा महिलाओं को देख कर ही पता लगाया जा सकता है कि वह गर्भवती हैं जैसे कि महिलाओं को अपने स्तनों में काफी ज्यादा भार महसूस हो सकता है, इसके अतिरिक्त Sixth Week Of Pregnancy में महिलाओं के चलने फिरने या काम करने के तरीके में भी बदलाव देखे जा सकते हैं।

2. काफी थकान महसूस होना |feeling very tired

Symptoms Of 6th Week Pregnancy

sixth week of pregnancy में महिलाओं को काफी ज्यादा थकान महसूस होती है यह एक सामान्य लक्षण है, जो कि गर्भावस्था के छठे हफ्ते में महिलाओं में नजर आ सकता है। ऐसा सिर्फ इसलिए होता है क्योंकि sixth week of pregnancy में महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास भी तेजी से होना शुरू हो जाता है। इसके अतिरिक्त थकान के अधिक लक्षण उन महिलाओं में ज्यादा दिखाई देते हैं जो शारीरिक रूप से कमजोर होती हैं। जिन महिलाओं में पोषक तत्वों की कमी होती है उनमें भी थकान के लक्षण दिखाई दे सकते है।

3. खाना खाने का मन ना करना

sixth week of pregnancy के दौरान महिलाओं का भोजन करने का मन भी नहीं करता। क्योंकि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में तेजी से हार्मोन में बदलाव आ रहे होते हैं। इसी के कारण महिलाओं का खाने पीने का मन नहीं करता वैसे तो यह लक्षण सिर्फ इसी वजह से दिखता है कि हार्मोन का बदलाव हो रहा होता है। इसके अतिरिक्त जिन महिलाओं को यह लक्षण गंभीर रूप से अपने शरीर में नजर आए तो उन्हें gynecologist doctor की सलाह ले लेनी चाहिए। क्योंकि कई बार शारीरिक कमियों की वजह से भी भूख ना लगने के लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

4. बेचैनी होना

बहुत-सी महिलाओं को गर्भावस्था के छठे हफ्ते के दौरान बेचैनी के लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं गर्भावस्था के समय महिलाएं जब अकेली होती हैं तो उस समय उनको बेचैनी महसूस हो सकती है और यह भी महसूस हो सकता है कि मानो उनका दम घुट रहा है इस प्रकार का लक्षण दिखने पर महिलाओं को कोई भी देर नहीं करनी चाहिए और तुरंत ही gynecologist doctor की सलाह लेनी चाहिए

5. चक्कर आना |dizziness

गर्भावस्था के छठे हफ्ते के दौरान कुछ महिलाओं को चक्कर आने जैसी समस्या भी हो सकती है। क्योंकि जो महिलाएं शारीरिक रूप से कमजोर होती हैं या फिर जिन महिलाओं में पोषक तत्व की कमियां होती हैं तो उस प्रकार की महिलाओं को गर्भावस्था के समय चक्कर आना एक आम बात है। इसीलिए महिलाओं को चक्कर आने की समस्या को लेकर gynecologist doctor से बात करनी चाहिए।

6. नींद ना आना |sleeplessness

बहुत-सी महिलाओं को sixth week of pregnancy में नींद ना आने की समस्या भी हो सकती है। क्योंकि जब उनके शरीर में बच्चे का विकास हो रहा होता है, तो उसके कारण Hormones में बहुत से बदलाव होते हैं और शरीर के अंदर भी बहुत से बदलाव होते हैं। जिनके कारण महिलाओं को अनिद्रा की समस्या रहती है उन्हें समय पर नींद नहीं आती और बेचैनी रहती है।

7. उल्टी आना |vomiting

गर्भावस्था के छठे हफ्ते में महिलाओं को उल्टी आने की समस्या यदि हो रही है, तो यह एक सामान्य लक्षण है यह Hormone changes के कारण होता है। इस समस्या को लेकर महिलाओं को चिंतित नहीं होना चाहिए यह लक्षण कुछ ही हफ्तों तक होते हैं। यदि फिर भी किसी महिला को गंभीर रूप से उल्टियां लगी हुई हैं, तो फिर gynecologist doctor से दवाई ले लेनी चाहिए।

Self Care Tips During 6th Week Pregnancy In Hindi ?

Self Care Tips During Sixth Week Pregnancy In Hindi ?

गर्भावस्था के छठे हफ्ते में भी महिलाओं को अपना और अपने बच्चे का ध्यान काफी अधिक रखने की जरूरत होती है। इसीलिए महिलाओं को बहुत सी ऐसी चीजों का ध्यान रखना चाहिए, जिनके कारण उन्हें और उनके बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है जैसे कि :-

  • sixth week of pregnancy में यदि महिलाओं को किसी भी प्रकार के लक्षण महसूस होते हैं, तो उन्हें भूल कर भी उन लक्षणों की दवाइयां नहीं खानी चाहिए, क्योंकि बहुत सी दवाइयां आप और आपके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए यदि आपको गर्भ अवस्था में कोई भी बीमारी होती हैं, तो आपको सिर्फ गायनोलॉजिस्ट डॉक्टर की सलाह ही लेनी चाहिए आप सामान्य डॉक्टर की भी सलाह ले सकते हैं, लेकिन आपको उसे जरूर बताना चाहिए कि आप गर्भवती हैं।
  • sixth week of pregnancy में महिलाओं को भारी वस्तुओं को उठाना बंद कर देना चाहिए या फिर जो महिलाएं मेहनत मजदूरी करती हैं तो उन्हें अपने बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए मजदूरी करनी बंद करनी पड़ेगी क्योंकि यदि वह कोई भारी काम करती हैं, तो उसके कारण उनके पेट पर जोर पड़ सकता है।
  • गर्भावस्था के छठे हफ्ते के दौरान महिलाओं को अपनी सोने की आदत में भी बदलाव करने होंगे, बहुत सी महिलाएं पेट के बल सोते हैं। हम आपको बता दें कि sixth week of pregnancy में यदि आप पेट के बल सो रही हैं, तो उसके कारण आपके बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो सकती हैं इसीलिए सिर्फ सीधी सोए।
  • sixth week of pregnancy में महिलाओं को ज्यादा लंबा सफर करने की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि सड़क पर गड्ढे भी होते हैं और गड्ढों में गाड़ी लगने की वजह से आपके पेट में खिंचाव आ सकता है। इसीलिए pregnancy के शुरुआती महीनों में कोई भी लंबा सफर ना करें।
  • sixth week of pregnancy में जब गर्भवती महिलाएं अपने घर पर कुछ काम कर रही होती हैं, तो उन्हें सावधानीपूर्वक वह काम करना चाहिए या फिर महिलाएं अगर अपने घर की सीढ़ियां चढ़ती हैं, तो उन्हें सीढ़ियां भी सावधानीपूर्वक चढ़नी चाहिए।

गर्भावस्था के छठे सप्ताह में जीवन शैली में भी बदलाव करने होंगे – Change Your Life Style In Pregnancy Sixth Week In Hindi ?

sixth week of pregnancy में महिलाओं को अपनी जीवन शैली में भी बहुत से बदलाव करने होंगे, क्योंकि खराब जीवनशैली की वजह से sixth week of pregnancy में बच्चे को तकलीफ हो सकती हैं। इसीलिए lifestyle में बदलाव करने काफी जरूरी होते हैं।

  • जब महिलाएं गर्भावस्था के छठे सप्ताह में पहुंच जाते हैं, तो उनको पहले से भी अधिक अपना ध्यान रखना पड़ता है। इसीलिए यदि कोई महिला धूम्रपान करती हैं या फिर किसी भी प्रकार का कोई ड्रग्स लेती हैं या नशे की चीजें इस्तेमाल करती है तो उसे यह सब बिल्कुल छोड़ना पड़ेगा। क्योंकि इन सभी चीजों के कारण बच्चे पर काफी बुरा असर पड़ता है।
  • जो महिलाएं शराब का सेवन कहते हैं, तो उन्हें भी शराब बिल्कुल छोड़नी होगी और इसी के साथ-साथ कोल्ड ड्रिंक का सेवन करना भी गर्भवती महिला के लिए बीमारी का कारण बन सकता है।
  • गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को बाहर का खाना भी पूर्ण रूप से छोड़ना पड़ता है। क्योंकि बाहर का खाना खाने की वजह से गर्भावस्था के छठे हफ्ते में महिलाओं को नुकसान हो सकता है, इसीलिए सिर्फ घर पर बना भोजन खाएं।
  • गर्भावस्था के छठे हफ्ते के दौरान महिलाओं को तनाव से काफी दूर रहना चाहिए, क्योंकि तनाव के कारण बच्चे पर बुरा असर पड़ सकता है।
  • महिलाओं को रोजाना सुबह-शाम पार्क में थोड़ी बहुत सैर करने जरूर जाना चाहिए, क्योंकि भारत में सैर करने से महिलाओं का शरीर स्वस्थ रहता है।

Eat Healthy Food During Sixth Week Of Pregnancy In Hindi ?

गर्भावस्था के छठे हफ्ते में महिलाओं को पोस्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। क्योंकि गर्भावस्था के समय महिलाओं को पोषक तत्व की बहुत ज्यादा जरूरत पड़ती है, क्योंकि आज के समय में ज्यादातर महिलाओं के शरीर में अच्छी जीवनशैली ना होने के कारण पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, जो कि गर्भावस्था के समय काफी समस्या खड़ी कर देती हैं। इसीलिए गर्भावस्था के समय पोषक तत्वों का सेवन जरूर करना चाहिए। चलिए अब आगे हम आपको Healthy Food During Pregnancy Period In Hindi के बारे में बता देते हैं।

  • Sixth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को Folic Acid  का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि गर्भावस्था में महिलाओं को Folic Acid की काफी ज्यादा जरूरत होती है इसीलिए Folic Acid युक्त आहार लेने चाहिए अगर आपके शरीर में Folic Acid की कमी है तो डॉक्टर के द्वारा भी आपको बहुत सी दवाइयां दी जा सकती हैं
Change Your Life Style In Pregnancy 6th Week
  • गर्भावस्था के छठे हफ्ते के दौरान महिलाओं को दूध का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि दूध के अंदर भी पोषक तत्व तथा कैल्सियम भरपूर मात्रा में होते हैं जो कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद होते हैं इसलिए दूध का सेवन जरूर करना चाहिए
  • गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को देसी घी का सेवन करने के लिए भी कहा जाता है क्योंकि देसी घी का सेवन करने से भी महिलाओं के शरीर में पोषक तत्वों की कमियां पूरी होती हैं जिसके कारण उन्हें बच्चे को जन्म देने में दिक्कत नहीं होती
  • Sixth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को ताजे फलों का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि ताजे फलों में सभी जरूरी तत्व पाए जाते हैं जो कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर के लिए काफी अच्छे होते हैं ताजे फलों में आप अनार, सेब, केला, अंगूर, पका हुआ पपीता, अनानास आदि का का सेवन कर सकती हैं

Zika Virus क्या हैं – जानिए Zika Virus के कारण लक्षण व इससे बचने के उपाय ? | What Is Zika Virus Know Its Symptoms Causes and Best Treatments in Hindi

  • गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को दालों का सेवन जरूर करना चाहिए चौकीदारों में सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि शरीर के लिए काफी अच्छे होते हैं इसीलिए हफ्ते में दो से तीन बार दालों का सेवन जरूर करें
  • गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को हरी सब्जियों का सेवन भी जरूर करना चाहिए। क्योंकि हरी सब्जियां पोषक तत्व से भरपूर होती हैं। हरी सब्जियों में आयरन कैल्शियम जिंक फास्फोरस विटामिन प्रोटीन आदि सभी पाए जाते हैं, इसीलिए हरी सब्जियों का सेवन गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं के शरीर के लिए काफी फायदेमंद रहता है। अगर किसी महिला में खून की कमी हो, तो वह महिला गर्भावस्था के दौरान चुकंदर का सेवन कर सकती हैं, चुकंदर खाने से उसके शरीर के खून में तेजी से वृद्धि होगी।
  • गर्भावस्था के छठे हफ्ते के दौरान महिलाओं को पेय पदार्थों का सेवन अत्याधिक करना चाहिए। महिलाओं को साधारण पानी पीने के साथ-साथ नारियल पानी भी जरूर पीना चाहिए। क्योंकि नारियल पानी पोषक तत्वों से भरपूर होता है और आप की प्यास बुझाने के साथ-साथ यह है, आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी को भी पूरी करेगा।
  • जो महिलाएं मांसाहारी भोजन खा सकती हैं, तो उन महिलाओं को मांस मछली या अंडे का सेवन जरूर करना चाहिए, क्योंकि इनमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं।

Fifth Week of Pregnancy: प्रेगनेंसी के पांचवे सप्ताह के लक्षण,शारीरिक बदलाव, खुद की देखभाल एवं बच्चे का विकास

गर्भावस्था के छठे हफ्ते में किन बातों का ख्याल रखना जरूरी है – Most Important Thing To Remember In pregnancy In Hindi ?

बहुत सी बातें ऐसी हैं जिनका ख्याल गर्भावस्था के समय गर्भवती महिलाओं को रखना पड़ता है, क्योंकि इनकी वजह से महिला और उसके बच्चे पर काफी बुरा असर भी पड़ सकता है।

  • गर्भावस्था के समय महिलाओं को हर एक दवाई काफी सोच समझकर खानी चाहिए। यदि आपको कोई भी समस्या है, तो उस समस्या के बारे में आपको gynecologist doctor से सलाह लेनी चाहिए। यदि आप खुद ही दवाइयां खाने लगेंगे तो आपको नुकसान पहुंच सकता है।
  • Sixth Week Of Pregnancy में महिलाओं की जिम्मेदारी काफी अधिक बढ़ जाती है। इसीलिए महिलाओं को यह सलाह दी जाती है कि, वह जो कुछ भी खाती हैं वह सोच समझ कर खाएं। गर्भवती महिलाओं को शुरुआती महीनों में ज्यादा Dry Fruits खाने की सलाह भी नहीं दी जाती है इसीलिए जो भी आए लिमिट में खाएं।
  • जो महिलाएं एक्सरसाइज या योगा करते हैं तो उन्हें भी गर्भावस्था के समय वह छोड़ना होगा, क्योंकि गर्भावस्था के समय योगा या एक्सरसाइज करने से आपके पेट पर खिंचाव आ सकता है। इसके अतिरिक्त जो महिलाएं जिम जाती हैं, उन्हें भी जिम जाना छोड़ना आवश्यक है।
  • अगर कोई महिला gynecologist doctor के द्वारा दी गई कोई दवाई खा रही है और वह दवाई खाने के पश्चात उसे कोई साइड इफेक्ट महसूस हो रहा है या फिर सिर दर्द, उल्टी आना या दस्त लग गए हैं, तो इस समस्या में दवाई खानी छोड़नी चाहिए और तुरंत ही उस डॉक्टर को बताना चाहिए।
consult a doctor in the sixth week of pregnancy
image source :- http://www.canva.com

गर्भावस्था के छठे सप्ताह में डॉक्टर की सलाह है जरूरी |Is it necessary to consult a doctor in the sixth week of pregnancy

Sixth Week Of Pregnancy में महिलाओं को अपने साथ हो रही कोई भी समस्या नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए। अगर आपको कोई भी नकारात्मक लक्षण महसूस होता है या फिर शरीर में कोई भी गतिविधि ऐसी होती है जो कि आज से पहले नहीं हुई थी तो उस समस्या में डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। हम तो आपको यही करेंगे कि जब कोई भी महिला गर्भवती होती है, तो उसे शुरू से ही अपनी जांच करानी चाहिए और अपने शरीर के पोषक तत्वों की भी जांच करानी चाहिए। क्योंकि शरीर में Nutrient की कमी के कारण भी गर्भवती महिलाओं को बच्चे को जन्म देने में काफी तकलीफ हो जाती है।

Conclusion –

गर्भावस्था के छठे सप्ताह में महिलाओं को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। इन सब के बारे में हमने इस पोस्ट के माध्यम से बता दिया है।

इस पोस्ट के माध्यम से हम ने यह भी बताया है कि, महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए। इसके अतिरिक्त आज के इस आर्टिकल में हमने जाना कि Symptoms of sixth Week Pregnancy In Hindi तथा Healthy Food During Pregnancy In Hindi इसके अतिरिक्त हमने आपको Pregnancy Me Kaise Soye तथा Pregnancy Me Kya Khana Chaiye यह भी हमने आपको बताया है। अब यदि आपको Pregnancy Safety Tips In Hindi के विषय में कोई भी प्रश्न पूछना हो, तो कमेंट सेक्शन में कमेंट करें। धन्यवाद

लेटेस्ट लेख

Low Ejection Fraction: लो इजेक्शन फ्रैक्शन क्या है? जानिए लो इजेक्शन फ्रैक्शन के लक्षण एवं बचाव

Low Ejection Fraction: लो इजेक्शन फ्रैक्शन क्या है? जानिए लो इजेक्शन फ्रैक्शन के लक्षण एवं बचाव

More Articles Like This