- जानिए Rabies क्या है इसके लक्षण, कारण एवं घरेलु उपचार ?| What is Rabies in Hindi Symptoms, Causes, and Best Treatment
- Rabies Kya Hota Hai – What Is Rabies Disease in Hindi?
- रेबीज रोग के प्रकार – Types Of Rabies In Hindi?
- Rabies Ke Lakshan – Symptoms Of Rabies In Hindi?
- Rabies Ke Karan – Causes Of Rabies In Hindi?
- Rabies Se Bachne Ke Upay – Ways To Avoid Rabies?
- रेबीज का प्रशिक्षण – Diagnosis Of Rabies?
- Rabies Ka ilaj – Rabies Treatment In Hindi?
- Rabies Ke Liye Gharelu Upay – Home Remedies For Rabies?
- Rabies Conclusion –
जानिए Rabies क्या है इसके लक्षण, कारण एवं घरेलु उपचार ?| What is Rabies in Hindi Symptoms, Causes, and Best Treatment
नमस्कार आप सभी का स्वागत है हमारे ब्लॉग में आज हम आपको रेबीज बीमारी के बारे में बताएंगे आपने अक्सर सुना होगा कि जब कुत्ता काट लेता है तो हमें रेबीज रोग हो सकता है परंतु हम आपको बता दें कि सिर्फ कुत्ते के काटने से ही रेबीज नहीं होता अपितु बहुत से पालतू जानवर हो तथा जंगली जानवरों के कारण रेबीज हो सकता है उनमें बिल्ली, घोड़े, बकरी तथा चमगादड़, लोमड़ी, बंदर आदि शामिल है यह बहुत ही खतरनाक बीमारी होती है।
यदि इस बीमारी का इलाज शुरुआत में ही हो जाए तो ही बेहतर रहता है अन्यथा इस बीमारी से आपकी जान भी जा सकती है दुनिया भर में हर साल 60000 लोग सिर्फ रेबीज रोग के कारण ही मर जाते हैं और इन सभी मरने वालों में से 90% लोग संक्रमित कुत्ते के काटने से ही मरते हैं और यदि बात की जाए भारत की तो भारत में हर वर्ष 18 से 20000 लोग रेबीज की बीमारी से मर जाते हैं और इनमें बहुत से बच्चे भी शामिल होते हैं
आज हम हमारी इस पोस्ट के माध्यम से आपको रेबीज बीमारी के बारे में विस्तार से बताएंगे की

Rabies Kya Hota Hai – What Is Rabies Disease in Hindi?
यदि हम बात करें की Rebies Kya Hota Hai तो हम आपको बता दें, कि रेबीज एक संक्रामक बीमारी होती है जो कि मनुष्य सहित सभी तरह के गर्म खून वाले जीवो को प्रभावित करती हैष यह बीमारी रेबीज से संक्रमित जानवर की लार के द्वारा फैलती है और यह बीमारी जानवरों में Neurotropic Lyssa virus के कारण आती है
यह बीमारी जानवरों की लार ग्रंथियों और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है और यह वायरस पशुओं के द्वारा ही इंसानों में आता है, जब रेबीज से संक्रमित जानवर इंसान को काट लेता है तो उस समय उन जानवरों के द्वारा यह बीमारी मनुष्य तक पहुंचती है, ज्यादातर 15 साल तक के बच्चों को रेबीज की बीमारी से बहुत ज्यादा खतरा होता है।
रेबीज रोग के प्रकार – Types Of Rabies In Hindi?
रेबीज रोग दो तरह के होते हैं सबसे पहला होता है, उग्र रेबीज तथा दूसरा होता है पैरालिटिक रेबीज चलिए अब हम मिल के बारे में विस्तार से जानते हैं :-
उग्र रेबीज
उग्र देवी से संक्रमित लोग बहुत ज्यादा सक्रिय उत्साहित और बहुत ही अलग तरह का व्यवहार करते हैं और इनमें कुछ लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं जैसे की नींद ना आना या फिर बहुत ज्यादा उलझने पैदा होना और मुंह में से बहुत ज्यादा लार टपकना या फिर खाने की चीजों को निंगलने में परेशानी होना और सबसे महत्वपूर्ण लक्षण होता है कि इस बीमारी के रोगी पानी से डरते हैं।