Thirty Fifth Week of Pregnancy: प्रेगनेंसी के 35वें सप्ताह के लक्षण,शारीरिक बदलाव, खुद की देखभाल एवं बच्चे का विकास | Thirty Fifth week of pregnancy – symptoms, physical changes, self-care best tips and baby’s development Hindi

Must Read

Dr. Arti Sharma
Dr. Arti Sharmahttp://goodswasthya.com
Dr. Arti Sharma is a certified BAMS doctor with at least 2 years of article writing experience on various medication and therapeutic lines. She is known for her best work in ayurvedic medication knowledge and there uses. Her hobbies including reading books and writing articles. With a good grip in sports, she uses to play for her university cricket team as a captain. Her work for ayurvedic is well known.डॉ आरती शर्मा एक प्रमाणित BAMS डॉक्टर है जिन्हे कम से कम 2 साल का विभिन्न दवाइयों और चिकित्सीय रेखाओं पर लेखन का अनुभव है। वह आयुर्वेदिक दवाओं के ज्ञान और उनके उपयोग में अपने बेहतरीन काम के लिए जानी जाती हैं। उनका शौक किताबें पढ़ना और लिखना है। खेलों में अच्छी पकड़ के साथ, वह एक कप्तान के रूप में अपनी विश्वविद्यालय क्रिकेट टीम के लिए खेल चुकी हैं। आयुर्वेद के क्षेत्र में उनका काम अच्छी तरह से जाना जाता है।
Thirty Fifth Week of Pregnancy in Hindi Table Of Content

Thirty Fifth Week of Pregnancy Symptoms जानिए गर्भावस्था के 35वें सप्ताह के लक्षण एवं देखभाल

Thirty Fifth week of pregnancy में गर्भ में पल रहा बच्चा अब पहले की अपेक्षा और भी ज्यादा विकसित हो चुका होता हैं। हम आपको बता दें कि, अब अगले कुछ हफ्तों में आपके गर्भ में पल रहे बच्चे का वजन रोजाना 28 ग्राम के आसपास पड़ता हैं। अब इस सप्ताह में आपके बच्चे का वजन भी पहले की अपेक्षा बढ़ चुका होता है और वह आकार में भी अब बड़ा हो रहा होता हैं।

हम आपको बता दें कि गर्भावस्था के 35 सप्ताह में अब आपके गर्भ में पल रहा शिशु एक नवजात शिशु की तरह दिखने लगता हैं, क्योंकि उसकी त्वचा भी अब इस काबिल हो चुकी होती है कि, वह गर्भ के बाहर भी आसानी से जिंदा रह सकता है और Thirty Fifth week of pregnancy में आपके बच्चे के फेफड़े भी काफी विकसित हो चुके होते हैं।

इसी कारण अगर Thirty Fifth week of pregnancy में भी बच्चे का जन्म हो जाए, तो वह आसानी से जिंदा रह सकता हैं। अब आगे हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे कि Healthy Lifestyle During Thirty Fifth Week Of Pregnancy In Hindi तथा Self Care Tips During Pregnancy In Hindi के बारे में भी हम आपको बताएंगे। इसी के साथ-साथ Symptoms Of 35th Week Of Pregnancy In Hindi के बारे में भी हम आपको विस्तारपूर्वक बताएंगे। ताकि गर्भावस्था के लक्षणों को देखकर आप चिंतित ना हो।

35th Week of Pregnancy Symptoms जानिए गर्भावस्था के 35वें सप्ताह के लक्षण एवं देखभाल

गर्भावस्था के 35 वें हफ्ते में बच्चे का विकास – Baby’s Development In Pregnancy Thirty Fifth Week In Hindi ?

  • Thirty Fifth Week Of Pregnancy में आपका शिशु लगभग 2.4 किलोग्राम का हो चुका है और उसकी लंबाई तकरीबन 46.2 सें.मी. (18.2 Inch) हो गई है। अगले कुछ हफ्तों में आपकी शिशु का प्रतिदिन करीब 28 से 30 ग्राम वजन बढ़ेगा।
  • यह भी संभव है कि आप केवल अपने पेट को देखकर ही यह बता पाएं कि आपका  शिशु किस तरह की हलचल कर रहा है। आपके गर्भ में शिशु किस अवस्था में है, इसी आधार पर आप शिशु के उलटने-पलटने पर उसका उतार-चढ़ाव भी देख सकेंगी या फिर शिशु को हिचकियां आने पर आप लयबद्ध ( Rhythmic ) हरकत महसूस कर सकती हैं।
  • चूंकि अब शिशु बड़ा होता जा रहा है, उसकी हलचल पर आपको थोड़ा असहज महसूस हो सकता है।जैसे-जैसे आपका शिशु गर्भ में ज्यादा जगह घेरने लगता है, उसके चारों तरफ मौजूद एमनियोटिक द्रव ( amniotic fluid ) घटने लगता है। हालांकि, आपकी गर्भावस्था अब जल्द ही समाप्त होने वाली है, मगर अब भी आपके शिशु को जन्म से पहले थोड़ा-बहुत विकास करना है।

Conception in Pregnancy(गर्भावस्था में गर्भ धारण करना): क्या आपके शुक्राणु कमजोर है? जानिए गर्भावस्था में गर्भाधान की पूरी जानकारी, बच्चे होने के लिए यह क्यों है जरूरी। और यह कब होता है?

गर्भावस्था के 35 वें सप्ताह के लक्षण – Symptoms Of Thirty Fifth Week Pregnancy In Hindi ?

35th Week Of Pregnancy में महिलाओं को पहले की तरह ही कुछ लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जो कि गर्भावस्था के बाकी सप्ताह से थोड़े अलग भी हो सकते हैं। इसलिए महिलाओं को पहले से ही Symptoms Of 35th Week Of Pregnancy In Hindi के बारे में पता होना आवश्यक हैं।

1. सांस लेने में तकलीफ होना (shortness of breath)

35th week of pregnancy में महिलाओं को सांस लेने में भी काफी तकलीफ हो सकती हैं, क्योंकि 35th week of pregnancy में बच्चे के बड़े होने के कारण महिलाओं के फेफड़ों पर काफी दबाव पड़ता है और जब फेफड़ों पर दबाव पड़ता है, तो उसके कारण महिलाओं को सांस लेने में भी कठिनाई हो सकती हैं। हम आपको बता दें कि, यदि आप इस समस्या से बचना चाहती हैं, तो Thirty Fifth week of pregnancy में महिलाओं को सुबह और शाम पार्क में घूमना चाहिए और घर पर भी जरूरी काम करने चाहिए, जैसे कि झाड़ू पोछा करना या कपड़े धोना आदि।

2. योनि स्राव होना (having vaginal discharge)

35th Week Of Pregnancy में महिलाओं की योनि से सफेद स्त्राव भी हो सकता है यह भी गर्भावस्था का ही लक्षण होता हैं। इसीलिए महिलाओं को इस लक्षण को देखकर बिल्कुल भी नहीं घबराना चाहिए। क्योंकि गर्भावस्था के दौरान हर एक महिला की योनि से स्त्राव होता हैं। यदि महिलाओं को इस प्रकार का लक्षण कुछ ज्यादा ही महसूस हो रहा हैं, तो वह gynecologist doctor की सलाह भी ले सकती हैं।

3. स्तनों से सफेद स्त्राव होना (white discharge from breasts)

Thirty Fifth Week Of Pregnancy में महिलाओं के स्तनों से सफेद स्त्राव भी हो सकता है वैसे तो 100 में से 70 महिलाओं को इस प्रकार का लक्षण महसूस हो सकता हैं, क्योंकि गर्भावस्था के दौरान शरीर में बहुत से परिवर्तन होते हैं जिसके कारण इस प्रकार के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। हम आपको बता दें की स्तनों से सफेद स्त्राव होने पर आपको बिल्कुल भी घबराने की आवश्यकता नहीं हैं। यदि आपको ज्यादा ही चिंता होती हैं, तो फिर आप gynecologist doctor की सलाह भी ले सकती हैं।

गर्भावस्था के 35 वें सप्ताह के लक्षण - Symptoms Of 35th Week Pregnancy In Hindi ?

4. कमर में दर्द रहना (back pain)

Thirty Fifth week of pregnancy के दौरान महिलाओं की कमर में दर्द भी रह सकता है क्योंकि बच्चा जब बड़ा होने लगता हैं, तो बच्चे के बड़े होने के कारण कमर की हड्डी पर दबाव पड़ने लगता है और जब कमर की हड्डी पर दबाव पड़ता हैं, तो उसके कारण कमर में दर्द रहने लगता है हम आपको बता दें कि, इस प्रकार के लक्षण हर एक महिला को महसूस होते हैं। इसीलिए महिलाओं को इस प्रकार के लक्षण दिखने पर किसी भी प्रकार की दवाई नहीं खानी चाहिए।

5. पैरों में सूजन की समस्या (swollen feet problem)

35th week of pregnancy में महिलाओं को पैरों में सूजन भी हो सकती हैं, क्योंकि महिलाओं के शरीर में जब हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता हैं, तो उसके कारण पैरों में सूजन होना एक आम बात हैं। इसलिए महिलाओं को Thirty Fifth week of pregnancy में पैरों की सूजन को देखकर बिल्कुल भी नहीं घबराना चाहिए और ना ही अपनी मर्जी से किसी भी प्रकार की कोई दवाई खानी चाहिए।

6. थकान होना (to be tired)

35th week of pregnancy के दौरान महिलाओं को काफी ज्यादा थकान भी रहने लगती है वैसे तो थकान होने के दो कारण होते हैं। पहला कारण तो यह है कि, जब महिलाएं पोषक तत्व का सेवन नहीं करती तो उसके कारण भी थकान रहने लगती हैं, क्योंकि बच्चे को भी अधिक मात्रा में पोषण की आवश्यकता होती है और दूसरा कारण यह है कि, शरीर में अनेकों प्रकार के बदलाव होने के कारण भी इस प्रकार के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। महिलाओं को थकान होने पर थोड़ा बहुत आराम करना चाहिए और अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए।

7. नींद ना आना (sleeplessness)

35th week of pregnancy में महिलाओं को नींद ना आने की समस्या का सामना भी करना पड़ सकता हैं, क्योंकि Thirty Fifth week of pregnancy में बच्चा बड़ा हो चुका होता है, जिसके चलते वह पेट में हलचल भी करता हैं। खास तौर पर रात के समय यदि महिलाएं कथन लेकर या पेट के बल सोने की कोशिश करती हैं, तो उस समय भी उनके पेट में काफी ज्यादा बेचैनी महसूस होती हैं। इसलिए महिलाओं को सोने से पहले एक गिलास पानी पीना चाहिए और कमर के बल सोना चाहिए।

Self-Care Tips During Thirty Fifth Week Pregnancy In Hindi ?

35th week of pregnancy में महिलाओं को अपना ख्याल खुद भी रखना पड़ता है क्योंकि यदि वह घर पर काम करती हैं, तो काम करते समय बहुत सी चीजें ऐसी हैं, जिनके कारण उन्हें नुकसान पहुंच सकता हैं। इसीलिए महिलाओं को गर्भावस्था के 35 वें सप्ताह में अपना ख्याल निम्नलिखित तरीकों से रखना पड़ता है जैसे कि :-

  • 35th week of pregnancy में महिलाओं को यदि किसी भी दूसरी बीमारी का कोई लक्षण नजर आ रहा हैं, तो उन्हें अपनी मर्जी से दवाई का सेवन नहीं करना चाहिए, उन्हें सिर्फ gynecologist doctor की ही सलाह लेनी चाहिए और उसके पश्चात ही दवाई का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • Thirty Fifth week of pregnancy के दौरान महिलाओं को अपने घर की सीढ़ियां चढ़ते और उतरते समय भी बहुत ध्यान रखना चाहिए या फिर वह कहीं बाहर जाती हैं, तो बाहर जाते समय भी सड़क पर देख कर चलना चाहिए। क्योंकि कई कारणों से महिलाओं को फिसलने के कारण चोट भी लग सकती हैं, इसीलिए महिलाओं को हमेशा ध्यान देकर ही चलना चाहिए।
  • 35th week of pregnancy में महिलाओं को किसी भी प्रकार का कोई भारी वजन भी नहीं उठाना चाहिए, क्योंकि भारी वजन उठाने के कारण भी महिलाओं को Thirty Fifth week of pregnancy में नुकसान पहुंच सकता हैं।
  • Thirty Fifth week of pregnancy में महिलाओं को इस प्रकार की चप्पल भी नहीं पहननी चाहिए, जो कि काफी फिसलती हो या फिर पुरानी घिसी हुई चप्पलों का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि उनके कारण भी Thirty Fifth week of pregnancy में महिलाओं को चोट लग सकती हैं।
  • Thirty Fifth week of pregnancy में महिलाओं को कोई भी लंबा सफर तय नहीं करना चाहिए, क्योंकि लंबा सफर तय करने की वजह से भी उन्हें झटके लग कर पेट में दर्द हो सकता हैं। इसीलिए महिलाओं को 35th week of pregnancy में सफर करने से भी परहेज रखना चाहिए।

गर्भावस्था के 35वें सप्ताह में जीवन शैली में बदलाव करें – Change Your Life Style In Thirty Fifth Week Of  Pregnancy In Hindi ?

Thirty Fifth week of pregnancy के दौरान महिलाओं को अपनी जीवनशैली में भी बहुत से बदलाव करने की आवश्यकता होती हैं, क्योंकि एक खराब जीवनशैली महिलाओं का स्वास्थ्य खराब करने के साथ-साथ उनके बच्चे को भी जन्म से ही अस्वस्थ बना सकती हैं। इसीलिए महिलाओं को 35th week of pregnancy के दौरान Healthy Life Style During 35th Week Of Pregnancy In Hindi के बारे में अच्छे से पता होना आवश्यक हैं।

  • Thirty Fifth week of pregnancy के दौरान यदि महिलाएं किसी भी प्रकार का नशा करते हैं तो उन्हें वह नशा करना भी छोड़ना होगा। जैसे की बहुत-सी महिलाओं को धूम्रपान करने की काफी आदत होती है या फिर महिलाओं को शराब पीने की भी आदत होती हैं, इस प्रकार की महिलाएं अपने बच्चे को हमेशा के लिए भी खो सकती हैं। यदि आप अपने बच्चे को जीवित देखना चाहते हैं, तो आपको यह सब बुरी आदतें छोड़नी होगी।
गर्भावस्था के 35वें सप्ताह में जीवन शैली में बदलाव करें - Change Your Life Style In 35th Week Of  Pregnancy In Hindi ?
  • Thirty Fifth week of pregnancy के दौरान महिलाओं को सुबह-शाम पार्क में सैर करने के लिए भी जाना चाहिए, क्योंकि पार्क में सैर करने से महिलाएं बिल्कुल स्वस्थ रहती हैं और वह हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी से भी बची रहती हैं। इसी के साथ साथ जिन महिलाओं को सांस लेने में थोड़ी सी दिक्कत होती हैं, तो उनके लिए भी पार्क में घूमना काफी फायदेमंद रहता हैं।
  • 35th week of pregnancy के दौरान महिलाओं को तला हुआ खाना बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए। यदि अपने घर पर ही सुबह नाश्ते में पकौड़े या पराठे का सेवन करती हैं, तो इसके कारण उनके पेट में गैस बन सकती हैं। इसीलिए महिलाओं को सिर्फ पोस्टिक आहार का सेवन करना चाहिए, क्योंकि तला हुआ खाने से उनके पेट में गैस बन सकती हैं।
  • Thirty Fifth week of pregnancy के दौरान महिलाओं को अपने खाने पीने का समय निर्धारित करना चाहिए। क्योंकि बहुत सी महिलाएं समय पर खाना बिल्कुल भी नहीं खाती जिसकी वजह से उनके बच्चे को भी नुकसान पहुंचता हैं, इसलिए गर्भावस्था के तीसरे सप्ताह के दौरान महिलाओं को समय पर भोजन करना चाहिए।
  • 35th week of pregnancy के दौरान महिलाओं को देर रात तक बिल्कुल भी नहीं जागना चाहिए, क्योंकि देर रात तक जागने के कारण भी उनका स्वास्थ्य खराब हो सकता हैं। इसलिए महिलाओं को Thirty Fifth week of pregnancy में रात के समय जल्दी सोना चाहिए और सुबह जल्दी उठ जाना चाहिए।
  • 35th week of pregnancy में महिलाओं को खाना भी समय पर खाना चाहिए। यदि उनके खाने-पीने का समय निर्धारित नहीं होगा, तो उसके कारण उनका स्वास्थ्य बिगड़ सकता हैं। इसलिए महिलाओं को 35th week of pregnancy के दौरान समय पर भोजन करना चाहिए।

गर्भावस्था के 35 वें सप्ताह में पोस्टिक है आहार का सेवन करें – Eat Healthy Food During Thirty Fifth Week Of Pregnancy In Hindi ?

35th week of pregnancy के दौरान महिलाओं को अधिक से अधिक पौष्टिक आहार का सेवन करना पड़ता हैं, क्योंकि अब उनके बच्चे को बड़ा होने के कारण अधिक पोषण की आवश्यकता होती है, क्योंकि अब बच्चे के जन्म में कुछ ही हफ्ते बाकी हैं। इसीलिए महिलाओं को गर्भावस्था के 35 वें सप्ताह में अधिक से अधिक पोषक तत्वों का सेवन करना चाहिए।

  • 35th week of pregnancy के दौरान महिलाओं को दूध का सेवन जरूर करना चाहिए, क्योंकि दूध मां और बच्चे दोनों के लिए ही पोषण का मुख्य स्त्रोत होता हैं, इसीलिए Thirty Fifth week of pregnancy में दूध का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए।
  • 35th week of pregnancy के दौरान महिलाओं को देसी घी का सेवन भी जरूर करना चाहिए, क्योंकि देसी घी भी महिलाओं के लिए Thirty Fifth week of pregnancy में बहुत ही आवश्यक होता है और आपने अक्सर सुना ही होगा कि, जो महिलाएं देसी घी का सेवन गर्भावस्था के दौरान अधिक करती हैं, उन्हें बच्चे को जन्म देने में भी काफी आसानी होती हैं।
  • Thirty Fifth week of pregnancy के दौरान महिलाओं को ताजे फलों का सेवन रोजाना करना चाहिए, क्योंकि ताजे फलों का सेवन अधिक से अधिक मात्रा में करने से बच्चा बिल्कुल स्वस्थ पैदा होता है और माता को भी सही पोषण प्राप्त होता हैं। आप ताजे फलों का जूस पी पी सकती हैं, क्योंकि जूस पीने से भी आपको उचित मात्रा में पोषण की प्राप्ति होती रहेगी।
गर्भावस्था के 35 वें सप्ताह में पोस्टिक है आहार का सेवन करें - Eat Healthy Food During 35th Week Of Pregnancy In Hindi ?
  • Thirty Fifth week of pregnancy के दौरान महिलाओं को अधिक से अधिक मात्रा में हरी सब्जियों का सेवन भी करना चाहिए, क्योंकि हरी सब्जियां भी जरूरी तत्वों की मुख्य स्त्रोत मानी गई है और हरी सब्जियों का सेवन जो महिलाएं करती हैं, उनके शरीर में कोई भी कमी नहीं आती और वह आगे चलकर एक स्वस्थ बच्चे को भी जन्म देती हैं।
  • 35th week of pregnancy के दौरान महिलाओं को पानी का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए, क्योंकि महिलाएं गर्भावस्था के दौरान जितना पानी पीती हैं, उतना ही उनके लिए फायदेमंद रहता हैं। इसीलिए महिलाओं को Thirty Fifth week of pregnancy के दौरान रोजाना 12 से 13 गिलास पानी तो जरूर ही पीना चाहिए, क्योंकि 35th week of pregnancy के दौरान उनके गर्भ में पल रहे बच्चे को भी पानी चाहिए होता हैं।
  • 35th week of pregnancy के दौरान महिलाओं को साबुत अनाज का सेवन भी करना चाहिए, क्योंकि साबुत अनाज भी महिलाओं के लिए जरूरी तत्वों के मुख्य स्त्रोत होते हैं, इसलिए महिलाओं को दलिया या ओट्स का सेवन जरूर करना चाहिए।
  • Thirty Fifth week of pregnancy के दौरान महिलाओं को मांस मछली अंडे का सेवन भी कर ही लेना चाहिए, क्योंकि यह भी पोषक तत्वों के मुख्य स्त्रोत होते हैं, जोकि महिलाओं को अधिक से अधिक मात्रा में पोषक तत्व प्रदान करते हैं।
  • 35th week of pregnancy के दौरान महिलाओं को दालों का सेवन भी करना चाहिए, क्योंकि दालों का सेवन करने से भी Thirty Fifth week of pregnancy में महिलाएं अधिक से अधिक पोषण अपने बच्चे को पहुंचा सकती हैं।

गर्भावस्था के 35 वें सप्ताह में ध्यान रखने योग्य कुछ बातें ?

  • गर्भावस्था के 35 वें सप्ताह के दौरान महिलाओं को बासी खाने का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए बहुत सी महिलाएं एक-दो दिन का बासी खाना खा लेती है जिसके कारण उनका पेट खराब हो जाता है या फिर उन्हें उल्टियां लग जाती है या दस्त लग जाते हैं हम आपको बता दें कि इस प्रकार का खाना यदि आप गर्भावस्था के 35 वें सप्ताह में खाती हैं तो आपके बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है इसीलिए हमेशा ताजे खाने का ही सेवन करें
  • गर्भावस्था के 35 सप्ताह के दौरान महिलाओं को Cold-Drink का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए क्योंकि Cold-Drink का सेवन करने से भी महिलाएं अपना स्वास्थ्य तुरंत ही बिगाड़ सकती हैं हम आपको बता दें कि Cold-Drink को बनाने के लिए काफी अधिक केमिकल इस्तेमाल होते हैं जो कि एक गर्भवती महिला के लिए बिल्कुल भी फायदेमंद नहीं रहते इसलिए Cold-Drink का सेवन ना करें या फिर बाजार के किसी भी जूस का सेवन ना करें
  • गर्भावस्था के 35 वें सप्ताह के दौरान महिलाओं को अपने घर पर बना साधारण भोजन खाना चाहिए क्योंकि मसालेदार भोजन खाने से उनका स्वास्थ्य तुरंत ही बिगड़ सकता है या फिर उन्हें दस्त भी लग सकते हैं
  • गर्भावस्था के 35 वें सप्ताह के दौरान महिलाओं को ठंडे पानी का सेवन भी अधिक नहीं करना चाहिए क्योंकि जो महिलाएं ठंडा पानी अधिक पीती हैं उनके पेट में गैस बनी रहती है और उनके बच्चे को भी सही पोषण नहीं मिल पाता इसीलिए महिलाओं को साधारण पानी पीना चाहिए और ज्यादा ठंडी आइसक्रीम या ठंडी सब्जी भी नहीं खानी चाहिए
image source:-http://www.canva.com
  • गर्भावस्था के 35 सप्ताह के दौरान महिलाओं को मोबाइल फोन या लैपटॉप का इस्तेमाल भी बहुत ही कम करना चाहिए क्योंकि उसके कारण उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है

गर्भावस्था के 35 वें सप्ताह में डॉक्टर की सलाह है, जरूरी ?

Thirty Fifth week of pregnancy में गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर की सलाह लेनी काफी आवश्यक होती है, क्योंकि अब कुछ ही सप्ताह के पश्चात बच्चे का जन्म होना होता हैं। इसीलिए महिलाओं को अपने बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर हर एक बात पता होनी चाहिए, ताकि जन्म के पश्चात बच्चे को कोई भी परेशानी ना हो। 35th week of pregnancy के दौरान डॉक्टर महिलाओं को ultrasound की सलाह देता हैं, क्योंकि गर्भ में पल रहे बच्चे की स्थिति के बारे में भी जानना बेहद ही आवश्यक होता हैं।

इसीलिए महिलाओं को Thirty Fifth week of pregnancy के दौरान लेनी चाहिए, ताकि बाद में किसी भी असावधानी के कारण माता को पछताना ना पड़े।

Conclusion –

  • 35th week of pregnancy में महिलाओं को अपना किस प्रकार ध्यान रखना चाहिए तथा 35वें सप्ताह में महिलाओं को कौन सी सावधानियां 35th Week Of Pregnancy में बरतनी चाहिए, उन सबके विषय में भी आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया हैं।
  • इसी के साथ-साथ आज हमने Pregnancy Thirty Fifth Week Symptoms In Hindi तथा Healthy Tips In Pregnancy 35th Week In Hindi के बारे में भी आपको बताया है।
  • अब भी यदि आपको Safety Tips In Pregnancy 35th Week In Hindi और Healthy Diet During Thirty Fifth Week Pregnancy In Hindi के बारे में कोई सवाल हमसे पूछना हों , तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके आप हमसे तुरंत ही पूछ सकती हैं। धन्यवाद

लेटेस्ट लेख

Low Ejection Fraction: लो इजेक्शन फ्रैक्शन क्या है? जानिए लो इजेक्शन फ्रैक्शन के लक्षण एवं बचाव

Low Ejection Fraction: लो इजेक्शन फ्रैक्शन क्या है? जानिए लो इजेक्शन फ्रैक्शन के लक्षण एवं बचाव

More Articles Like This