- Dehydration Disease in Kids: बच्चों में Dehydration की समस्या किन कारणों से होती हैं – जानिए Dehydration के लक्षण और इलाज ?
- डिहाइड्रेशन क्या होता हैं – What Is Dehydration Disease In Hindi ?
- बच्चों में डिहाईड्रेशन के क्या लक्षण होते हैं – Symptoms Of Dehydration Disease In Children’s In Hindi ?
- बच्चों में डिहाइड्रेशन होने के क्या कारण हो सकते हैं – Causes Of Dehydration In Children’s in Hindi?
- बच्चों को डिहाईड्रेशन की बीमारी के कारण क्या नुकसान हो सकता है – What Harm Can be Caused by Dehydration in Childrens In Hindi ?
- बच्चों को डिहाइड्रेशन की बीमारी से कैसे बचाएं – How to Protect Children From Dehydration Disease In Hindi ?
- बच्चों में डिहाइड्रेशन का इलाज क्या हैं – Treatment Of Dehydration Disease In Children’s In Hindi ?
- Conclusion –
Dehydration Disease in Kids: बच्चों में Dehydration की समस्या किन कारणों से होती हैं – जानिए Dehydration के लक्षण और इलाज ?
बचपन में बच्चों को बहुत सी समस्याएं हो जाती है क्योंकि बच्चे अपनी समस्याओं के बारे में अपने माता-पिता को नहीं बता पाते इसीलिए उनके माता-पिता को भी उनकी समस्याओं के बारे में पता नहीं चलता, लेकिन आपको अपने बच्चों अच्छी सेहत के बारे में खुद ही सोचना चाहिए क्योंकि बच्चों को बहुत सी परेशानियां हो सकती है जैसे कि आज हम आपको Dehydration की समस्या के बारे में बताएंगें, बहुत से बच्चों को बचपन में यह समस्या हो जाती है और इस समस्या के कारण बच्चों को काफी तकलीफों का सामना भी करना पड़ता है क्योंकि Dehydration की समस्या पानी की कमी के कारण होती है।
इस समस्या में अक्सर बच्चों के शरीर की नमी भी खत्म होने लगती है और उन्हें काफी ज्यादा अलग-अलग बीमारियों की तरह लक्षण भी दिखाई देते हैं। इसीलिए आपको इस बीमारी के लक्षण, कारण व इलाज के बारे में पता होना चाहिए, तभी आप अपने बच्चों को dehydration की समस्या से बचा सकते हैं।
अब आगे हम इसके बारे में विस्तार से जानेंगे कि Bacho Me Dehydration Ke Lakshan तथा Bacho Me Dehydration Ke Karan इसी के साथ-साथ हम आपको Treatment Of Dehydration Disease In Hindi तथा Bacho Ko Dehydration Se Kaise Bachaye इसके बारे में भी बताएंगे।

डिहाइड्रेशन क्या होता हैं – What Is Dehydration Disease In Hindi ?
डिहाईड्रेशन एक ऐसी समस्या होती है जो बच्चों से लेकर बड़े व्यक्तियों तक हर किसी को हो सकती हैं। डिहाइड्रेशन की समस्या लगभग कभी ना कभी हर एक व्यक्ति में जरूर देखी जाती है क्योंकि यह एक आम समस्या है। डिहाईड्रेशन उस स्थिति को कहते हैं जब व्यक्ति के शरीर में पानी की कमी होने लगती है पानी की कमी होने के कारण बच्चों को बिल्कुल गाढ़े पीले रंग का पेशाब आने लगता हैं। इस समस्या में धीरे-धीरे बच्चे के शरीर की त्वचा की नमी भी खत्म होने लगती है क्योंकि हमारे शरीर का लगभग आधे से भी ज्यादा हिस्सा पानी से बना होता हैं।
इसीलिए हमारे लिए पानी बहुत ज्यादा जरूरी होता है लेकिन पानी की ही कमी होने पर हमारे शरीर की गतिविधियों पर भी काफी बुरा असर पड़ता है जिसके कारण हमारे शरीर के आधे से ज्यादा अंग भी काम करना बंद कर सकते हैं। इसीलिए आपको अपने बच्चों में पानी की कमी होने पर तुरंत ही उनका इलाज करना चाहिए, ऐसे बहुत से लक्षण होते हैं जिन्हें देखकर पानी की कमी का अंदाजा लगाया जा सकता है जो कि अब आगे हम आपको बताएंगे।
बच्चों में Dehydration की समस्या होने पर उन्हें बहुत से लक्षण दिखाई देते हैं जो कि इस बात को पूरी तरह से साबित कर देते हैं कि बच्चों को Dehydration की समस्या हो चुकी हैं, इसीलिए उन लक्षणों को देख कर आपको बिल्कुल भी देर नहीं करनी चाहिए और तुरंत ही बच्चों का इलाज करवा देना चाहिए।
रूखी त्वचा तथा रूखे होंठ
जब बच्चों के शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो पानी की कमी होने के कारण आपके बच्चों की त्वचा काफी दुखी दुखी रहने लगती है उस त्वचा में से मॉइश्चराइजर पूरी तरह से खत्म हो जाता हैं। इसके अतिरिक्त आपके बच्चे के होंठ भी काफी सूखे-सूखे से रहने लगते हैं जिन्हें देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बच्चों के शरीर में पानी की कमी हो चुकी है इसी वजह से उन्हें इस प्रकार के लक्षण दिख रहे हैं।
पेशाब कम आना
शरीर में पानी की कमी होने पर बच्चों को पेशाब बहुत ही कम आता है अगर आपका बच्चा काफी छोटा हैं, तो आप इस बात को महसूस कर सकती हैं कि वह बहुत ही कम पेशाब करेगा इसके अतिरिक्त अगर किसी बड़े बच्चे को पानी की कमी हो जाती है तो उसके शरीर में भी आपको यह लक्षण बिल्कुल ऐसे ही दिखाई दे सकता हैं, इसीलिए इस लक्षणों को देखकर भी आप बच्चे का इलाज करवा सकती हैं।
पीले रंग का पेशाब आना
जब आपके छोटे बच्चे के शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो पानी की कमी होने के कारण आपके बच्चे के पेशाब का रंग भी पीला हो जाता हैं। अगर आपके बच्चे को सामान्य तौर पर हल्के रंग का पेशाब आता हैं, तो फिर शरीर में पानी की कमी होने के कारण आपके बच्चे को गाढ़े पीले रंग का पेशाब आने लगता है और कभी-कभी तो आपके बच्चे को पेशाब करते समय काफी ज्यादा जलन भी होती है क्योंकि जब शैली में पानी की कमी हो जाती है तो पेशाब करते समय जलन भी होती है, इसलिए इस प्रकार के लक्षणों के दिखने पर बिना देर किए डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए।
आंखें अंदर की तरफ गड़ना
जब किसी बच्चे के शरीर में पानी की कमी हो जाती हैं, तो पानी की कमी होने के कारण आपके बच्चे की आंखें अंदर की तरफ गड़ जाती हैं। इसीलिए आप इस लक्षण को देख कर भी अंदाजा लगा सकते हैं कि आपके बच्चे के शरीर में पानी की कमी हो चुकी हैं, क्योंकि पानी की कमी होने के कारण ही आपके बच्चे की आंखें अंदर की तरफ मास में धंसने लगती हैं।
रोते वक़्त आंसू ना निकालना
बहुत से छोटे बच्चे काफी ज्यादा रोते हैं लेकिन पहले तो रोते समय उनकी आंखों से बहुत ज्यादा आंसू भी बहते हैं। मगर जब उनके शरीर में पानी की कमी हो जाती है, तो पानी की कमी होने के कारण उनकी आंखों से आंसू निकलने बंद हो जाते हैं और वह बिना आंसुओं के ही रोते हैं आप इस लक्षण को देखकर भी dehydration होने का अंदाजा लगा सकती हैं।
सुस्त रहना
जब आपके बच्चों को Dehydration हो जाती हैं तो dehydration होने पर आपके बच्चे काफी ज्यादा सुस्त रहने लगते हैं क्योंकि पानी बच्चे के शरीर को ज्यादा से ज्यादा ऊर्जावान भी बनाए रखता है और ऐसे में अगर आपके बच्चों को पानी भरपूर मात्रा में ना मिले तो उसके कारण उन्हें स्वस्थ रहने की समस्या हो सकती हैं, क्योंकि जब बच्चों को पानी ही नहीं मिलेगा तो उन्हें ऊर्जा भी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाएगी इसीलिए वह सुस्त रहने लगेंगे।
नींद ना आना
अगर आपके बच्चों के शरीर में पानी की कमी हो जाती हैं, तो पानी की कमी होने के कारण आपके बच्चों को अच्छे से नींद भी नहीं आ पाती, क्योंकि पानी हमारे शरीर में अहम भूमिका निभाता है और जब पानी की कमी हमारे शरीर में हो जाती है, तो उसके कारण हमारे शरीर के विभिन्न अंग अच्छी तरह से काम करना बंद कर देते हैं। इसीलिए बच्चों को नींद आने भी बंद हो जाती है या फिर बहुत कम नींद आती हैं।
सांसे तेज चलना
अगर आपके छोटे बच्चों के शरीर में पानी की कमी हो जाती हैं, तो पानी की कमी होने के कारण उनकी सांसे काफी तेज तेज चलती है क्योंकि पानी हमारे छोटे बच्चों के हृदय के लिए काफी फायदेमंद होता हैं। इसीलिए बच्चों के शरीर में पानी की कमी ना होने दें और अगर आपके बच्चे काफी तेज-तेज सांसे ले रहे हैं, तो आपको इस बात का अंदाजा लगा लेना चाहिए कि उन्हें कोई ना कोई दिक्कत तो जरूर है तभी वह तेज-तेज सांसे ले रहे हैं।
हाथ पैर ठंडे रहना
अगर आपके बच्चे के शरीर में पानी की कमी हो जाती हैं, तो पानी की कमी होने के कारण आपके बच्चे के हाथ पर हमेशा ठंडे रहते हैं और हाथों पैरों पर हल्के हल्के से धब्बे भी दिखाई दे सकते हैं। इसीलिए इस प्रकार के लक्षणों को देखकर भी आप dehydration का अंदाजा लगा सकते हैं।
बच्चों में डिहाइड्रेशन होने के क्या कारण हो सकते हैं – Causes Of Dehydration In Children’s in Hindi?
बच्चों में डिहाइड्रेशन के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि :-
बुखार होना
अगर आपके बच्चों को कभी बुखार होता है और उन्हें असामान्य बुखार होता है तो उसके कारण भी आपके बच्चों को काफी पसीना आता हैं। जब बच्चों को पसीना आता है तो बच्चों के शरीर में पानी का स्तर कम होने लगता हैं। अगर उस समय बच्चे को पर्याप्त मात्रा में पानी ना पिलाया जाए तो आपका बच्चा उस समय डिहाइड्रेशन का शिकार हो सकता हैं।

शरीर में ज्यादा गर्मी बढ़ना
जिस कमरे में आपका बच्चा सोता है या फिर आपका बच्चा जहां पर खेलता कूदता है और वहां पर अधिक गर्मी है तो इसका कारण भी आपके बच्चे को काफी अधिक पसीना आता है और उसे पसीना आने की वजह से उसके शरीर में मौजूद पानी बाहर निकलने लगता है जिसकी वजह से धीरे-धीरे बच्चे के शरीर में पानी की कमी होने लगती हैं। इसलिए अगर आपका बच्चा बाहर खेलने कूदने के लिए जाता है तो उसे एक पानी की बोतल साथ में देकर भेजें या फिर जब भी वह घर आता हैं तो उसे कुछ देर के पश्चात एक से दो गिलास पानी की पिलाई ताकि उसके शरीर में पानी की कमी पूरी हो जाए।
दस्त लगना
अगर किसी बच्चे को पेट का इन्फेक्शन होने से या फिर पेट संबंधित है, कोई दूसरी बीमारी होने की वजह से दस्त लग जाते हैं तो दस्त लगने की वजह से भी बच्चों के शरीर में पानी की कमी हो सकती है, क्योंकि दस्त लगने पर बच्चे को बिल्कुल पानी की तरह ही मल आता है, इसी वजह से बच्चे के शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती हैं।
पेय पदार्थ का सेवन ना करवाने पर
बहुत से माता-पिता बचपन से ही अपने बच्चों को बाहर की चीजें खाने की आदत डाल देते हैं। इसीलिए उन्हें पानी पीने की आदत भी नहीं रहती, अगर बच्चे को जन्म से ही पानी पीने की आदत डाली जाए तो उसे उम्र बढ़ने के साथ-साथ कभी भी डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं हो सकती। Dehydration की समस्या का सबसे बड़ा कारण यह भी माना जाता है कि अगर आप अपने बच्चों को पानी वाली सब्जी या पानी जूस आदि का सेवन नहीं करवाती तो उसकी वजह से भी बच्चों के शरीर में पानी की कमी हो सकती है, अगर आपका बच्चा पानी नहीं पी पाता या फिर उसे पानी पीना अच्छा नहीं लगता तो इस स्थिति में आप उसे जूस, दलिया और दाल का पानी भी पिला सकती है क्योंकि यह भी बच्चे के शरीर में पानी की कमी को पूरा करते हैं।
गंभीर बीमारी होने के कारण
अगर आपकी बच्चों को कोई गंभीर बीमारी हो जाती है और उनका उस बीमारी का निरंतर इलाज चल रहा हैं तो उस दौरान भी आपके बच्चे को डिहाइड्रेशन की समस्या का सामना करना पड़ सकता हैं, क्योंकि अक्सर खतरनाक बीमारियों में डॉक्टर बहुत सी दवाइयां बच्चों को देते हैं जो कि शरीर में गर्मी पैदा भी करती है और इसी के कारण बच्चे के शरीर में गर्मी बढ़ जाती है जिसकी वजह से पानी की कमी होने लगती हैं।
इसीलिए अपने बच्चों को dehydration की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए आपको उन्हें रोजाना पानी पिलाना चाहिए, अगर आपके बच्चे 2 साल की उम्र से ज्यादा है तो फिर तो आप अपने बच्चों को रोजाना 3 से 4 गिलास पानी भी पिला सकती हैं।
बच्चों को डिहाईड्रेशन की बीमारी के कारण क्या नुकसान हो सकता है – What Harm Can be Caused by Dehydration in Childrens In Hindi ?
- अगर किसी बच्चे के शरीर में पानी की कमी हैं, तो पानी की कमी होने के कारण उस बच्चे का विकास पूरी तरह से रुक जाता हैं, क्योंकि बच्चे के विकास में पानी की भी अहम भूमिका होती है आपको पता होना चाहिए कि हमारे मस्तिष्क का 75 फ़ीसदी हिस्सा पानी से बना होता है
- अब ऐसे में बच्चे के शरीर में यदि पानी की कमी ही हो जाए, तो फिर बच्चे का दिमागी विकास भी रुक जाता है अगर हम साधारण सी भाषा में बात करें, तो पानी की कमी के कारण बच्चे के शरीर का विकास पूरी तरह से रोक सकता है इसीलिए बच्चों के शरीर में पानी की कमी ना होने दें।
- छोटे बच्चों के शरीर में पानी की कमी होने के कारण उनकी त्वचा खराब होने लगती है जिसकी वजह से त्वचा फटने लगती हैं। खासतौर पर सर्दियों के मौसम में तो इस प्रकार के बच्चों की त्वचा से अपने आप खून भी निकलने लगता हैं, क्योंकि त्वचा में नमी पूरी तरह से खत्म हो जाती है आपको पता होना चाहिए कि हमारी त्वचा के लिए भी पानी की महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं। इसी कारण से पानी की कमी होने पर बच्चे की त्वचा काफी बुरी तरह प्रभावित होती हैं।
- पानी की कमी होने के कारण बच्चे पूरा दिन थके थके से रहते हैं और वह दूसरे बच्चों की तरह खेलकूद भी नहीं कर पाते वह पूरी तरह से सुस्त बन जाते हैं और ज्यादा से ज्यादा समय में है घर पर ही बिताना पसंद करते हैं, क्योंकि पानी की कमी के कारण उनका शरीर ऊर्जावान नहीं रह पाता और उन में धीरे धीरे ऊर्जा की कमी होने लगती हैं, इसीलिए बच्चों को पानी भरपूर मात्रा में पिलाना चाहिए क्योंकि पानी से बच्चों को दिनभर खेलने कूदने की शक्ति भी मिलती हैं।
- पानी की कमी होने के कारण आपके बच्चे अनेकों बीमारियों के संपर्क में भी आ सकते हैं, क्योंकि पानी ही एक ऐसा जरिया है जो कि बच्चों के शरीर में से अनेकों प्रकार के खतरनाक बैक्टीरिया को पसीने या मल मूत्र के माध्यम से बाहर निकाल देता हैं, अगर बच्चों के शरीर में पानी की कमी हो जाएगी तो फिर तो वह अपने आप ही धीरे-धीरे खतरनाक बीमारी हो का शिकार होने लगेंगे।

बच्चों को डिहाइड्रेशन की बीमारी से कैसे बचाएं – How to Protect Children From Dehydration Disease In Hindi ?
अगर आप अपने बच्चों को डिहाइड्रेशन की बीमारी से बचाना चाहते हैं तो आपको बहुत सी बातों पर ध्यान देना होगा जैसे कि :-
- आपको हमेशा ही अपने बच्चों को पानी पिलाते रहना चाहिए, क्योंकि बच्चों को पानी पिलाने से उनके शरीर में कभी भी पानी की कमी नहीं होगी और अगर उनके शरीर में पानी की कमी नहीं होगी तो हमें परेशान होने की भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
- आपको अपने बच्चों को पानी वाली सब्जी खिलानी चाहिए जैसे कि आप उन्हें पानी वाली दाल भी बनाकर खिला सकते हैं।इस प्रकार बच्चों को पोषक तत्वों की भी प्राप्ति होगी और उनके शरीर में पानी की कमी भी पूरी हो जाएगी।
- पानी की कमी को पूरा करने के लिए पानी के अतिरिक्त आप अपने बच्चों को फलों का जूस भी पिला सकती हैं, क्योंकि फलों का जूस पीने से बच्चों को अनेकों प्रकार के पोस्टिक तत्व भी प्राप्त होंगे और उन्हीं के साथ-साथ बच्चों के शरीर में पानी की कमी पूरी हो जाएगी।
- अपने बच्चों के शरीर को पानी की कमी से बचाने के लिए आप उन्हें दलिया भी खिला सकती है, लेकिन आपको दलिए को बिल्कुल पानी की तरह बनाना होगा तभी आपके बच्चे के शरीर में पानी की कमी पूरी हो पाएगी।
- अपने बच्चे के शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए आपको उसे अधिक से अधिक दूध भी पिलाना चाहिए, क्योंकि दूध भी पेय पदार्थ का ही एक रूप है और दूध पीने से भी बच्चों के शरीर में पानी की कमी पूरी होती हैं।
बच्चों में डिहाइड्रेशन का इलाज क्या हैं – Treatment Of Dehydration Disease In Children’s In Hindi ?
अगर किसी बच्चे के शरीर में पानी की कमी हो जाती है, तो उस बच्चे के शरीर में पानी की कमी पूरा करने के लिए डॉक्टर के द्वारा बहुत से तरीकों से इलाज किया जा सकता है जैसे कि –
- बच्चों के शरीर में पानी की कमी पूरी करने के लिए डॉक्टर के द्वारा घोल भी दिया जा सकता है, जिसे पानी के अंदर अच्छे से मिलाकर बच्चे को पिलाना होता है यह घोल अनेकों प्रकार के तत्वों से भरपूर होता हैं। इसीलिए इसे बच्चे को पिलाने पर बच्चे के शरीर में काफी जल्दी पानी की कमी पूरी हो जाती हैं।
- बच्चे के शरीर में पानी की कमी पूरी करने के लिए डॉक्टर के द्वारा बच्चे की माता को यह कहा जाता है कि उसे ज्यादा से ज्यादा पानी पिलाया जाए ताकि बच्चे का शरीर जल्द ही पानी की कमी को पूरा कर सकें।
- शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए डॉक्टर के द्वारा कुछ खास दवाइयां नहीं दी जाती ज्यादातर घरेलू नुस्खों के माध्यम से ही बच्चे के शरीर में पानी की कमी को पूरा किया जाता हैं, क्योंकि यह एक ऐसी जिसका इलाज घर पर ही आसानी से हो सकता हैं।
Conclusion –
बच्चों के शरीर में पानी की कमी होने पर किस प्रकार उनका इलाज किया जाता है और किन-किन चीजों का ध्यान रखकर हम बच्चों को आसानी से Dehydration की समस्या से बचा सकते हैं उसके बारे में भी हमने आपको बताया है। इसी के साथ-साथ आज की इस पोस्ट के द्वारा हमने Bacho Me Dehydration Ke Lakshan तथा Bacho Me Dehydration Ke Karan के बारे में आपको बता दिया हैं।
इसी के साथ-साथ इस पोस्ट के माध्यम से हमने Treatment Of Dehydration Disease In Hindi तथा Bacho Ko Dehydration Se Kaise Bachaye के बारे में भी आपको बताया है ताकि आप आसानी से अपने बच्चों के शरीर में पानी की कमी होने से बचा सकें। धन्यवाद