पित्ताशय की पथरी क्या होती है ? जानिए इसके कारण , लक्षण , निदान , इलाज, बचाव और 3 घरेलु टिप्स ? | What is Gallstones ? Know its causes, symptoms, diagnosis, treatment, prevention and 3 Home Remedy Tips ?

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Dr. Pranav Bhardwaj
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पित्ताशय की पथरी या Gallstones Table of Contents :

पित्ताशय की पथरी क्या होती है ? जानिए इसके कारण , लक्षण , निदान , इलाज, बचाव और 3 घरेलु टिप्स ?

पित्ताशय की पथरी या Gallstones surgery in hindi की इस पोस्ट में हम पित्ताशय की पथरी से संबंधित पहलुओं के बारे में चर्चा करने वाले हैं जैसे की Gallstones kya hota hai, reasons of Gallstones, symptoms of Gallstones, home remedies of Gallstones, allopathic medicine of Gallstones, and treatment of Gallstones.

पित्ताशय की पथरी उस समय होती है, जब पिताशय की थैली में कोलेस्ट्रोल जमा होकर एक छोटे पत्थर यानी की गॉलस्टोन का रूप ले लेती है। पित्त की पथरी या गॉलस्टोन शरीर में पेट के दाहिने लीवर के नीचे होती है, जिससे काफी पीड़ा पहुंचती है।

जब पिताशय में कोलेस्ट्रोल अधिक जमा हो जाता है तो यह स्टोन की तरह कठोर रूप धारण कर लेता है जिससे पित्ताशय की थैली में स्टोन जैसा पदार्थ बन जाता है जिसे पित्त की पथरी कहते हैं। पिताशय की थैली में पथरी बनने से बहुत ही खतरनाक होता है। जब यह बढ़ जाता है तो इसका ऑपरेशन कराना आवश्यक हो जाता है।

जिनको पथरी का शिकायत होता है उनको अपने खान-पान का बहुत अधिक ध्यान रखना पड़ता है।

पित्ताशय की पथरी के क्या कारण है? (What are the reasons of Gallstones in Hindi?)

पित्ताशय की पथरी के होने का मुख्य कारण छोटी आँत में कोलेस्ट्रोल जमा हो जाना है। Gallstones ke Karan kya kya hai की बात करें तो खान पान में ध्यान न रखने की वजह से अधिक वसायुक्त भोजन गोल्ड ब्लैडर में जमा हो जाता है जिससे बच के रहना अति आवस्यक है।

पित्ताशय की थैली, छोटी आँत में एकत्रित वसा को तोड़ने में मदद करता है। लेकिन जब भोजन नहीं पचता है तो वह कोलेस्ट्रोल एक जगह पर जमा होकर स्टोन में बदल जाती है।

पित्ताशय की पथरी के होने के कई कारण हो सकते हैं-

• बीमारी के कारण: जिसमें मधुमेह, मोटापा, दवाओं का सेवन आदि मौजूद है।

• बेकरी में बनने वाले उत्पाद: कुछ प्रकार के खाद्य पदार्थों की वजह से भी पित्ताशय में पथरी बनती है जिसमें बेकरी में बनी चीजें जैसे- ऑफिस कुकीज केक आदि। ऐसे ही मैदा युक्त पदार्थ पित्ताशय के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव डाल सकता है। क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में सैचुरेटेड और ट्रांस फैट होते हैं।

• अधिक प्रोटीन के कारण: जो मांसाहारी होते हैं उन्हें अधिक मात्रा में प्रोटीन नहीं लेना चाहिए क्योंकि जानवरों के मांस में प्रोटीन के साथ कैल्शियम भी होता है। जिससे कैल्शियम पथरी और यूरिक एसिड पथरी के होने का खतरा बढ़ जाता है।

• मीठा खाने की वजह से: दिखाने से कोलेस्ट्रोल का खतरा बढ़ जाता है जो कि पित्ताशय की पथरी के खतरे को बढ़ाता है।

• सोडा अथवा निरोधक दवाइयां: इसके साथ अधिक सोडा का सेवन, कॉफी और निरोधक दवाइयां भी Gallstones का कारण बनती है।

और पढ़ें – क्या आपको कोई और स्वास्थ्य समस्या है ?

पित्ताशय की पथरी के प्रमुख लक्षण क्या है? (What are the major symptoms of Gallstones in Hindi?)

पथरी का सबसे प्रमुख लक्षण यह है कि पेट में बहुत तेज दर्द होता है जो बिल्कुल असहनीय होता है। यह पेट दर्द सबसे अधिक लीवर के आस पास होता है।

वर्तमान समय में पैकेजिंग फूड की आदत ने इन्सान के स्वास्थ्य पर बहुत गहरा असर डाला है। symptoms of Gallstones in Hindi के तहत हम आपको बता दें कि आजकल सभी अधिक से अधिक बाहर का खाना खाना ही पसंद करते हैं। जैसे की fast food। इस तरह का भोजन पेट में गैस   बनाता है और वह धीरे-धीरे पीत का रूप ले लेती है जिससे पथरी का संक्रमण पैदा हो जाता है। पित्ताशय की पथरी होने पर लीवर के निचली भाग की ओर अधिक दर्द करता है।

पित्ताशय की पथरी होने के लक्षण कुछ इस प्रकार है:-

• पेट दर्द करना

• बुखार आने पर शरीर का कापना

• उल्टी की शिकायत का बढ़ जाना, जिससे मूंह का स्वाद बिल्कुल ही गायब हो जाती है।

• पित्त पथरी में पेशाब का गहरा पीला हो जाना

पित्ताशय की पथरी को दूर करने के घरेलू उपाय क्या है? (What are the home remedies to cure Gallstones in Hindi?)

Gallstones ko dur karne ke gharelu upay kya hai के अंतर्गत हम आपको पित्ताशय की पथरी को ठीक करने के लिए कई घरेलू उपाय हैं, उनमें से कुछ ऐसे महत्वपूर्ण घरेलू उपाय के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं जिससे पित्ताशय की पथरी को ठीक करने के लिए उपयोग में लाया जाता है।

(1)  पत्थरचट्टा पत्ता:

पत्थरचट्टा पत्ता एक पौधा होता है, जिसको खाने से पित्ताशय का पथरी गलता है। इसका गुण पथरी को गलाने में सहायक होता है। पत्थरचट्टा को आप पीसकर चटनी बना कर खा सकते हैं। जो स्वाद में भी बेहतरीन  और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक भी होता है। पत्ता शरीर के लाभदायक भी होता है यह पता आप कहीं भी लगा सकते हैं और आप इसे हमेशा खा भी सकते हैं।

(2) कुरथी:

कुरथी का नाम आपने जरूर सुना होगा। यह कुरथी खेत में उगाए जाते हैं। इसका दाना छोटा छोटा होता है। लेकिन यह पथरी के इलाज में रामबाण साबित होता है। इसके सेवन के लिए सबसे पहले रात भर पानी में फूलने के लिए छोड़ दीजिए उसके बाद सुबह में खाली पेट में कुरथी के पानी को पी जाइए। यह पथरी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दवा साबित होती है। फूले हुए कुर्ती को आप सब्जी बना कर खाने से भी इसका लाभ होता है।

(3) बथुआ साग:

यह गांव के खेतों में आसानी से मिल जाता है। इसका किडनी स्टोन या पिताशय की पथरी के लिए उपयोग किया जाता है। नमक, मिर्च के साथ इसका जूस पीने से स्टोन जैसी बीमारी में फायदा होता है। बथुआ साग एक ऐसा साग है, जिसे गांव में खरथु साग कहते हैं। इसे खाने से भी पित्ताशय की पथरी को दूर किया जाता है।

Gallstones ko dur karne ke gharelu upay के लिए खान पान में इन बातों का रखें ध्यान:

पित्ताशय की पथरी दूर करने के लिए खाने पीने पर भी ध्यान देना अति आवश्यक होता है, ताकि किसी गलती की वजह से Gallstones की सिकायत न हो, जैसे-

• तला हुआ भोजन बिल्कुल नहीं खाना चाहिए।

• अधिक तेल घी और मक्खन वाला भोजन नहीं खाना चाहिए।

• पथरी से दूर रहने के लिए फास्ट फूड, जंक फूड और फीजी ड्रिंक्स जैसी चीजों से दुर रहना चाहिए।

• शरीर को ठंडक देने वाली कच्ची सब्जियां अधिक से अधिक आनी चाहिए जैसे कि मूली, गाजर, ब्रोकली, ककड़ी इत्यादि।

• सर्जरी के बाद डॉक्टर कुछ दिनों तक हल्का खाना खाने और खूब पानी पीने के लिए बोलते हैं और मसालेदार मीठा नमकीन यह सब खाने से बचने के लिए कहते हैं।

• डॉक्टर यह भी सलाह देते हैं कि सर्जरी के बाद थोड़ी थोड़ी देर में चलते रहना चाहिए ताकि खून के थक्के ना जमा हो और उसके बाद मरीज को कोई  दिक्कत ना हो।

• तरल पदार्थ का सेवन करें ताकि पानी की कमी शरीर में ना हो किसी भी भारी वस्तु को उठाने के लिए ज्यादा बल नहीं लगाना चाहिए।

• घाव को भरने देने के लिए कुछ भी मीठा नहीं खाना चाहिए। सीनियर सर्जन का मानना यह है कि बिना ऑपरेशन किए इसका सही इलाज नहीं हो सकता है।

पित्ताशय की पथरी के इलाज के लिए प्रयोग किए जाने वाले एलोपैथिक दवाइयां (allopathic medicines to cure Gallstones in Hindi)

Gallstones ke liye allopathic davaiyan kya hai के बारे में यदि आप जानना चाहते हैं तो यह दवाइयां निम्नलिखित हैं-

• Chenodiol tablet

• Moctanin Solution

• Reltone 400 mg capsule Gallstone Solubilizing Agents

• Chenodal

• Monoctanoin solution

एलोपैथिक को दवाइयों के साथ-साथ हमें योगा भी करना चाहिए जिससे हमारे शरीर को और जब मिलेगी और हमारे शरीर में ताकत बनी रहेगी। एलोपैथिक में ऐसी कोई दवाई नहीं है जो एलोपैथिक में एकमात्र उपाय है सर्जरी। यह हर कोई नहीं कर सकता है। इसका इलाज होम्योपैथिक आयुर्वेदिक दवाइयों में है। इसमें होम्योपैथिक दवाइयों में बहुत वक्त लग जाता है होम्योपैथिक दवाइयों में बहुत वक्त लग जाता है पथरी को गलाने में आयुर्वेदिक दवाइयां बहुत ज्यादा असर करती हैं जिससे की  स्टोन बहुत जल्दी बाहर निकल जाते हैं।

पित्ताशय की पथरी को दूर करने के लिए चिकित्सक सलाह और ट्रीटमेंट (doctor advice and treatment to cure Gallstones in Hindi)

Doctor treatment for Gallstones की बात करने से पहले हम आपको बता दें कि यह बीमारी महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में तीन गुना अधिक होती है। पथरी की सर्जरी वे लोग करवा सकते हैं जो लीवर रोग की अंतिम अवस्था में है और जिन्होंने पेट सर्जरी पहले करवाई हपित्ताशय की पथरी के लिए एलोपैथिक दवाइयों का सबसे बड़ा उपयोग सर्जरी है जिसमें बहुत खर्चा होता है। अगर पित्ताशय से पथरी की थैली में बार-बार पथरी हो जाए और दवाइयों से ठीक करना मुश्किल हो जाए तो उसे निकालने की  सलाह डॉक्टर देते हैं।

भारत की कुल आबादी में 12% मूत्र पथ में पथरी होने की आशंका होती है। गुर्दे की पथरी इतनी प्रचलित है कि परिवार के परिवार के अधिकतर लोग इस बीमारी से जूझते हुए रहते हैं।

पथरी के ट्रीटमेंट दूर करने के लिए बहुत सारे उपाय हैं। हमारे देश में आज बहुत सारे पथरी की शिकायत आते हैं जिसमें से हमें जल्द ही ट्रीटमेंट करना पड़ता है। आजकल के खानपान से लापरवाही से पेट के विभिन्न अंगों में से कहीं खनिज लवण अथवा पाचन के बाद बचे पदार्थों के जमाव से पथरी बन जाती है।

यह पेशाब के रास्ते में पित्ताशय से लार ग्रंथियां एवं अग्न्याशय में भी हो सकता है।  देखा जाए तो यह अधिक से अधिक पुरुषों में पाई जाती है। यह स्त्रियों में भी होने लगी है। इससे पेट दर्द बहुत ही ज्यादा होता है। इससे हमें बचना चाहिए। इसका ट्रीटमेंट तो हम लोग घर के डॉक्टर से तो चला लेते ही हैं लेकिन हमें ध्यान देना पड़ता है यदि हम लोग सिर्फ डॉक्टर के आशा में ही रहे तो हम लोग अपना ध्यान नहीं रख पाएंगे।

अगर कोई महिला गर्भवती है या गर्भधारण करने वाली है तो उसे डॉक्टर को बताना पड़ता है क्योंकि उससे इस सर्जरी से नुकसान हो सकता है। सर्जरी के पहले मरीज को कुछ भी खाने पीने के लिए मना किया जाता है और सर्जरी के दौरान में मरीज को इंजेक्शन दिया जाता है जिससे उसे बेहोशी की हालत में कुछ भी महसूस ना हो।

किसी सर्जरी करवाने से पहले कुछ टेस्ट किए जाते हैं जिससे पता चलता है कि  रोगी किसी और बीमारी से ग्रसित तो नहीं है और वह किसी अन्य प्रकार की दवाइयां तो नहीं ले रहा क्योंकि अगर वह दवाइयां ले रहा है तो सर्जरी करने में अन्य यह सारी दवाइयां दिक्कत कर सकती हैं।

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