- Monkeypox: इसके कारण, लक्षण और इलाज से जुड़ी संपूर्ण जानकारी हिंदी में | Monkeypox : Symptoms, Causes and treatments in Hindi
- Monkeypox virus क्या है? (What is monkeypox virus in Hindi?)
- Monkeypox virus के संक्रमण होने के प्रमुख कारण क्या है? (What is the main cause of infection with Monkeypox virus in Hindi?)
- Monkeypox virus के प्रमुख लक्षण क्या हैं? (What are the main symptoms of Monkeypox virus in Hindi?)
- Monkeypox virus के लिए क्या इलाज किए जा सकते हैं? (What are the treatments for Monkeypox virus in Hindi?)
- Monkeypox virus का निदान कैसे किया जाता है? (How is the Monkeypox virus diagnosed in Hindi?)
- Monkeypox Conclusion:
Monkeypox: इसके कारण, लक्षण और इलाज से जुड़ी संपूर्ण जानकारी हिंदी में | Monkeypox : Symptoms, Causes and treatments in Hindi
नमस्कार दोस्तों! आज हम आपके लिए इस आर्टिकल में लेकर आए हैं एक बेहतरीन जानकारी, जिसके बारे में जानना आपके लिए बेहद लाभदायक और महत्वपूर्ण होगा। जैसा कि आप सभी इस जानकारी से अवगत हो चुके होंगे कि आजकल फिर से एक नया वायरस जन्म ले चुका है जिसका नाम है Monkeypox virus.
इस आर्टिकल के माध्यम से वायरल हो रहे इस वायरस से जुड़े सभी महत्वपूर्ण जानकारियों से हम आपको अवगत करवाने वाले हैं। तो आइए अब हम आपको बताने वाले हैं कि Monkeypox
1. Monkeypox virus क्या है पूरी जानकारी। (What is Monkeypox Virus full information in Hindi)
2. Monkeypox virus के संक्रमण होने के प्रमुख कारण क्या है? (What is the main cause of infection with Monkeypox virus in Hindi?)
3. Monkeypox virus के प्रमुख लक्षण क्या हैं? (What are the main symptoms of Monkeypox virus in Hindi?)
4. Monkeypox virus के लिए क्या इलाज किए जा सकते हैं? (What are the treatments for Monkeypox virus in Hindi?)
5. Monkeypox virus का निदान कैसे किया जाता है? (How is the Monkeypox virus diagnosed in Hindi?)
Monkeypox virus क्या है? (What is monkeypox virus in Hindi?)
मंकीपॉक्स एक संक्रामक बीमारी है। संक्रमित व्यक्ति को छूने, उसकी, छींक खांसी, मल, उसकी किसी वस्तु आदि के संपर्क में आने से दूसरे व्यक्ति में फैल सकती है। सिंगापुर में मंकीपॉक्स का मामला सामने आने के बाद दक्षिण एशिया में खतरे की घंटी बज गई है। 9 मई को सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मीडिया को बताया था कि एक नाइजीरियाई नागरिक एक वायरस बीमारी से पीड़ित था। monkeypox , स्मालपॉक्स, से काफी मिलता-जुलता है। यह मुख्य रूप से रोडेंट्स और प्राईमेट्स के जरिए फैलाता है। यह रोग वायरसेज के पाँक्सविरिडी परिवार (poxviridae family) से संबंधित है।
एक रिपोर्ट के अनुसार नाइजीरियाई व्यक्ति ने सिंगापुर आने से पहले बुशमीट (वाइलड एनिमल का मांस ) खाया था। 1958 में पहली बार बंदरों में खोजे जाने के बाद से इस बीमारी को मंकीपॉक्स कहा जाने लगा। अफ्रीका के वर्षावनों ( रेनफॉरेस्ट ) में मंकीपॉक्स कॉमन है। जहां इंसान नियमित रूप से उन जानवरों के संपर्क में आते हैं, जिनमें यह वायरस होता है हालांकि, व्यक्ति- से -व्यक्ति का प्रसारण का कोई सबूत नहीं मिला है।
हालांकि यह बीमारी घातक नहीं होती लेकिन दुर्लभ मामलों में यह जानलेवा साबित हो सकती है। monkeypox वायरस के मामले में हल्का बुखार, सिर दर्द, लिफं नोड पर सूजन, कमर में दर्द, मांसपेशियों में अकड़न और दर्द होता है। इसके अलावा शरीर पर लाल रंग के चमड़े पड़ जाते हैं, जो समय के साथ घाव का रूप ले लेते हैं। लाल रंग के चमकते विभिन्न चरणों में निकलते हैं और यह चरण पर गंभीर रूप से सामने आते हैं।
Monkeypox virus के संक्रमण होने के प्रमुख कारण क्या है? (What is the main cause of infection with Monkeypox virus in Hindi?)
जैसा कि हमने आपको इस वायरस और रोग से संबंधित इसकी जानकारी तो दे दी है लेकिन इसके कारण और लक्षण जानना भी आपके लिए बेहद जरूरी है क्योंकि समय रहते इसका इलाज भी जरूरी होता है अन्यथा इससे होने वाले दुष्प्रभाव का सामना करना पड़ सकता है। मंकीपॉक्स दो लोगों के बीच इतनी आसानी से नहीं फैलती है।
यह बीमारी तब तक होती है जब कोई आदमी इस वायरस से संक्रमित किसी जानवर, मनुष्य और वायरस के संपर्क में या फिर वायरस के संपर्क मे आई वस्तु के संपर्क में तुरंत आता है। यह वायरस बॉडी में कटी -फटी त्वचा के माध्यम से प्रवेश कर सकता है। इसके अलावा यह रेसिपरेटरी ट्रेकट और नाक, आंख और मुंह से भी बॉडी में प्रवेश कर सकता है। इस रोग के होने के प्रमुख कारण निम्नलिखित हो सकते हैं –
- • इफेक्टेड व्यक्ति के यूज किए हुए टॉवल बेडशीट आदि का इस्तेमाल करने से यह वायरस दूसरे व्यक्ति तक पहुंच सकता है और यह रोग हो सकता है।
- • मंकीपॉक्स बीमारी से इफेक्टेड व्यक्ति के डायरेक्ट संपर्क में आने से भी यह रोग तुरंत फैल जाता है।
- • मंकीपॉक्स बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के पास होने पर छीकंने या खांसने से इस संक्रमण के फैलने की संभावना अधिक बढ़ जाती है।
Monkeypox virus के प्रमुख लक्षण क्या हैं? (What are the main symptoms of Monkeypox virus in Hindi?)
दोस्तों हम आपको बताने वाले हैं symptoms of Monkeypox virus in Hindi के बारे में। गौरतलब है कि इस बीमारी का इक्यूबेशन पीरियड 6-13 दिन तक होता है पर यह 5- 21 दिन तक का भी हो सकता है। मंकीपॉक्स के लक्षण स्मॉल पॉक्स के लक्षण की तरह ही होते हैं। इस बीमारी की शुरुआत निम्न लक्षणों से होती है –
• इस रोग से संक्रमित व्यक्ति को बुखार हो सकता है।
• इस वायरस के संक्रमण से प्रभावित व्यक्ति में सिर दर्द के लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
• मांसपेशियों में दर्द भी इस संक्रमण के प्रमुख लक्षण माने जाते हैं।
• इसके अलावा मंकीपॉक्स वायरस के प्रकोप से व्यक्ति को ठंड लगना जैसा महसूस होता है।
• थकान होना भी मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण के लक्षण है।
• इसमें और स्मॉल पॉक्स मे यही अंतर है कि इसमें लिंफ नोड सो जाती है लेकिन स्मालपॉक्स में ऐसा नहीं होता।
• इसके अलावा इस संक्रमण में त्वचा का फटना आमतौर पर बुखार आने के 1- 3 दिनों के भीतर शुरू हो जाता है।
• मंकीपॉक्स में चकत्ते के बजाय दाने पूरे शरीर पर हो जाते हैं। यह चेहरे (95% मामलों में), और हाथों और पैरों के तलवों (75% मामलों में) को प्रभावित करते हैं।
• इसके साथ ही मंकीपॉक्स वायरस मयुकयूस मब्रेन (70% मामलों में) जननांग (30% )और कंजकटिव (20% ) साथ ही कॉर्निया को प्रभावित करते हैं।
Monkeypox virus के लिए क्या इलाज किए जा सकते हैं? (What are the treatments for Monkeypox virus in Hindi?)
आपको जानकर दुख और हैरानी दोनों होगी कि इस खतरनाक बीमारी का अभी तक कोई इलाज उपलब्ध नहीं है। हालांकि ,कुछ एंटीवायरस दवाएं के उपयोग की जांच मंकीपॉक्स पर की जा रही है।
हमें उम्मीद है कि इस बीमारी से जुड़ी जानकारी आपके लिए उपयोग साबित होगी। इस बारे में आप अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। यह किसी प्रकार की चिकित्सा सलाह ,निदान और उपचार प्रदान नहीं करता।
इन बातों का ध्यान रखकर मंकीपॉक्स से बचा जा सकता है।
• उन जानवरों के संपर्क में आने से बच्चे जो वायरस के कैरियर हो सकते हैं (ऐसे जानवर जो बीमार है या उस क्षेत्र में मृत पाए गए हैं जहां मंकीपॉक्स होता है।)
• किसी भी सामग्री के साथ संपर्क से बच्चे जो बीमार। जानवर के संपर्क में रही हो जैसे कि बिस्तर।
• संक्रमित रोगियों को और दूसरे रोगियों को आम आदमियों से अलग करें जो संक्रमण के लिए खतरा हो सकते हैं।
• संक्रमित रोगियों को देखभाल करते समय उचित व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण पहने।
• संक्रमित रोगियों के देखभाल के बाद ,अपने हाथों को साबुन या पानी से धोए, या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।
• इसके अलावा, स्मॉल पॉक्स के वैक्सीन के उपयोग से मंकीपॉक्स होने की संभावना कम हो सकती है। यह टीका हालांकि, वर्तमान में यह आम जनता के लिए उपलब्ध नहीं है।
• JYNNEOSTM ( जिसे यूमामुने (IMVAMUNE) या इवानवेकस (Imvanex) के नाम से भी जाना जाता है। )लाइव वायरस वैक्सीन है जिसे यू .एस .फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने मंकीपॉक्स की रोकथाम के लिए अनुमोदित किया है। टीकाकरण संबंधित अचारण संबंधि सलाहकार समिति(ACIP वर्तमान में इस दवा का मूल्यांकन कर रही है कि यह ऑर्थोपांक्सवायरस जैसे कि स्मॉल पॉक्स और मंकीपॉक्स के लिए कितनी उपयोग है।
Monkeypox virus का निदान कैसे किया जाता है? (How is the Monkeypox virus diagnosed in Hindi?)
मंकीपॉक्स का निदान स्पेशल लैब में किया जाता है ,जिसमें कई तरह के अलग-अलग टेस्ट किए जाते हैं। त्वचा के घाव , पपड़ी को ठंडे वातावरण में एक स्टेराइल ट्यूब में रखा जाता है।
हम आशा करते हैं कि आपको हमारी यह पोस्ट Monkeypox virus क्या है पूरी जानकारी बेहद पसंद आई होगी क्योंकि इस आर्टिकल में हमने Monkeypox virus के बारे में पूरी जानकारी दी है, जिसके अंतर्गत monkeypox symptoms, monkeypox reasons, monkeypox disease treatment in Hindi जैसे और भी कई महत्वपूर्ण बातों का जिक्र किया है।
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Monkeypox Conclusion:
दोस्तों। हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से Monkeypox की सारी जानकारी देने की कोशिश की है। हमने इस आर्टिकल में Monkeypox क्यों होता है से लेकर इसकी पूरी ट्रीटमेंट तक की जानकारी आपको दी है। कृपया आप हमारे सुझाओं को ध्यान से पढ़ें और Monkeypox होने पर डॉक्टर के सुझाओं से इसका इलाज करवाएं। हमारे इस लेख को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद!