Chikungunya क्या है जानिए Chikungunya के कारण, लक्षण और बचने के उपाय? | What is Chikungunya in Hindi its symptoms, causes and best Home remedies to treat it

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Nandita Sharma
Nandita Sharma
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Chikungunya क्या है – जानिए Chikungunya कारण, लक्षण और बचने के उपाय?

चिकनगुनिया एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे में हर किसी व्यक्ति ने कभी ना कभी जरूर सुना होगा। यह बीमारी भारत में आमतौर पर दिखने वाली बीमारी है यदि इस बीमारी के थोड़े बहुत ही लक्षण दिखने पर इसका इलाज शुरू कर दिया जाए तो इस बीमारी के कारण कुछ भी नुकसान नहीं हो सकता, परंतु यदि इस बीमारी में हम थोड़ी सी भी ढील छोड़ देते हैं तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है, तो इसीलिए आज हम आपके लिए यह पोस्ट लेकर आए हैं, इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको चिकनगुनिया बीमारी के बारे में विस्तार से बताएंगे कि :-

  • Chikungunya क्या होता है – What Is Chikungunya In Hindi?
  • Chikungunya के कारण – Causes Of Chikungunya In Hindi?
  • Chikungunya के लक्षण हिंदी में – Symptoms Of Chikungunya In Hindi?
  • Chikungunya से कैसे बचे – How To Prevent From Chikungunya In Hindi?
  • Chikungunya का चेकअप कैसे करवाए – Diagnosis of Chikungunya In Hindi?
  • Chikungunya का घरेलु इलाज – How Remedies For Chikungunya In Hindi?

Chikungunya क्या होता है – What Is Chikungunya In Hindi?

चिकनगुनिया संक्रमित मच्छरों द्वारा मनुष्य को होने वाली एक वायरल बीमारी है, और इस वायरल रोग के कारण लोगों को बहुत ज्यादा बुखार तथा जोड़ों में दर्द रहता हैष यह वायरल बुखार बहुत ही कम दिनों के लिए होता है और ऐसे बहुत कम मामले अब तक सामने आए हैं, जिनमें इस वायरल के कारण मृत्यु हुई हो परंतु चिकनगुनिया के लक्षण काफी लंबे समय तक रहते हैं और यह आपके शरीर को काफी हद तक कमजोर कर देते हैं,

यदि शुरुआती लक्षणों में ही इस बीमारी का पता चल जाएगी तो इस बीमारी के लक्षणों पर काबू पाया जा सकता है, इसीलिए Chikungunya Ke Lakshan दिखाई देने पर आपको तुरंत ही डॉक्टर के पास जाना चाहिए, आगे हम आपको इस बीमारी के लक्षण भी बताते हैं।

chikungunya ke lakshan or symptoms

Chikungunya के लक्षण हिंदी में – Symptoms Of Chikungunya In Hindi?

अब आपको Chikungunya Ke Lakshan बता देते हैं, ताकि आप इसके लक्षण दिखने पर तुरंत ही डॉक्टर के पास जाकर जांच करा सके और इस बीमारी को ठीक करने के लिए दवाई ले सकें :-

  • इस बीमारी के शुरुआती लक्षणों में आपको अचानक से बुखार हो सकता है, और बुखार के साथ-साथ आपको बहुत ज्यादा सिर दर्द भी हो सकता है।
  • इस बीमारी के लक्षणों के रूप में आपको जोड़ों में दर्द भी हो सकता है, परंतु यह दर्द धीरे धीरे बढ़ता रहता है।
  • इस बीमारी का सबसे मुख्य लक्षण है कि आपको बुखार के साथ-साथ थकान महसूस होना तथा आपकी त्वचा पर लाल चकत्ते भी हो सकते हैं, क्योंकि इस बुखार में आपकी त्वचा भी प्रभावित होती है। यदि आपको बुखार के साथ-साथ अपनी त्वचा पर लाल चकत्ते महसूस होते हैं, तो आपको तुरंत ही डॉक्टर के पास जाना चाहिए, क्योंकि इस प्रकार के लक्षण सिर्फ और सिर्फ चिकनगुनिया बीमारी के ही होते हैं।
  • इस बीमारी के रोगियों में इस प्रकार के लक्षणों के साथ-साथ आंखों से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं, और विशेषकर बुजुर्ग लोगों में यह रोग काफी गंभीर होता है और जिन लोगों को मधुमेह की समस्या है उन लोगों के लिए तो यह बीमारी काफी ज्यादा गंभीर समस्या पैदा कर सकती है।
  • या फिर जिन लोगों को गठिया रोग है तो इस बीमारी से ग्रसित होने पर उनका दर्द और भी ज्यादा बढ़ जाता है, जिसके कारण स्थिति खराब हो सकती है और यहां तक की बुजुर्ग की मौत भी हो सकती है।
  • वैसे तो चिकनगुनिया बीमारी के लक्षण हल्के ही होते हैं, इस बीमारी के कुछ लक्षण थोड़े बहुत डेंगू बुखार की तरह भी होते हैं परंतु यह डेंगू से खतरनाक होते हैं।

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Chikungunya के कारण – Causes Of Chikungunya In Hindi?

चिकनगुनिया एक संक्रमित मच्छर के काटने से फैलता है, और जब चिकनगुनिया वायरस से कोई व्यक्ति संक्रमित हो और फिर से उसे कोई मच्छर काटता है  तो वह मच्छर संक्रमित हो जाता है उसके पश्चात में हैं जिसे भी काटता है, वह भी चिकनगुनिया से संक्रमित हो जाता है।

यह मच्छर ज्यादातर दिन के उजाले में ही काटते हैं और सुबह और दोपहर के वक्त तो यह मच्छर ज्यादा काटते हैं, यह वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में नहीं फैलता चिकनगुनिया वायरस सिर्फ मच्छर के द्वारा ही फैलाया जा सकता है, इसीलिए जितना हो सके उतना मच्छर से अपने आप को बचा कर रखें।

Prevention From Chikungunya In Hindi
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Chikungunya से कैसे बचे – How To Prevent From Chikungunya In Hindi?

अब हम Chikungunya Se Bachne Ke Upay जानेंगे, ताकि आप इस बीमारी से बस रखें क्योंकि यदि आप इस बीमारी से बच जाते हैं, तो फिर आपको ज्यादा परेशानी का सामना भी नहीं करना पड़ेगा और इसके साथ साथी आप बहुत सी बीमारियों से भी बच जाएंगे :-

  • सबसे पहले तो आपको अपने आप को मच्छरों से बचाना चाहिए। क्योंकि जब आपको मच्छर काटते हैं तो तभी आप को इस प्रकार की बीमारी हो सकती है यदि आप मच्छरों से बच जाएं, तो फिर आपको इस बीमारी का सामना भी नहीं करना होगा इसीलिए अपने घर के आसपास की सफाई रखें तथा यदि आपके घर के आसपास पानी भरा हुआ है, तो उस पानी को निकालने तथा नालियों में भी कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करें ताकि वहां पर मच्छर पैदा ना हो सके।
  • रात के समय आपको मच्छरदानी लगा कर सोना चाहिए, या फिर अपने कमरे में मच्छर मारने की दवाई का छिड़काव करना चाहिए जिसके कारण मच्छर आपके आसपास भी ना पाए।
  • यदि गर्मियों के मौसम में कूलर का इस्तेमाल करते हैं, तो समय-समय पर आपको कूलर की सफाई करनी चाहिए। क्योंकि कूलर में भी काफी मात्रा में मच्छर जन्म लेते हैं, क्योंकि जब हम कूलर को ज्यादा साफ नहीं करते तो उसमें मच्छर पैदा हो ही जाते हैं इसलिए अपने कूलर को भी 7 से 10 दिन के बाद साफ कर लेना चाहिए।
  • यदि आप सुबह या शाम के समय घर से बाहर निकलते हैं, तो आपको अपने हाथ और पैर पूरी तरह से ढक लेनी चाहिए ताकि मच्छर आपको ना काट सकें। क्योंकि सुबह और शाम के समय मच्छर ज्यादा काटते हैं और खास तौर पर यदि बुजुर्ग सुबह शाम पार्क की सैर करने जाते हैं, तो कृपया करके पूरे कपड़े पहन कर जाएं ताकि मच्छर आपको ना काट पाए।
  • अपने घर में खिड़की के आसपास आपको तुलसी का पौधा रखना चाहिए, क्योंकि तुलसी के पौधे के आसपास मच्छर नहीं आते मच्छर तुलसी के पौधे से बहुत दूर रहते हैं।
  • आप अपने कमरे में कपूर भी जला सकते हैं, क्योंकि कपूर जलाने से भी मच्छर आपके कमरे में नहीं आते।
  • आपको अपने घरों में जाली के दरवाजे लगाने चाहिए क्योंकि जाली के दरवाजे में से मच्छर आपके कमरे में नहीं आ पाते और उसके साथ साथ यदि आपके कमरे में रोशनदान हैं, या फिर खिड़की है तो उसमें भी आपको जालिया लगवानी चाहिए।

चिकनगुनिया बुखार की जांच कैसे करवाएं  – Diagnosis Of Chikungunya In Hindi?

यदि आपको चिकनगुनिया के कोई भी लक्षण अपने शरीर में दिखते हैं, तो तुरंत आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए। शुरुआत में तो डॉक्टर आपको कुछ दवाइयां देगा यदि आप कौन दवाइयों से ठीक हो जाते हैं, तो कोई परेशानी नहीं है और अगर आप उन दवाइयों से ठीक नहीं होते तो फिर डॉक्टर आपको Blood Test के लिए कहता है क्योंकि जब भी हमें मच्छर काटता है, तो मच्छर काटने के पश्चात वायरस सीधे हमारे खून में मिल जाता है और इसीलिए वायरस की जांच के लिए भी खून की जांच की जाती है, खून की जांच के द्वारा चिकनगुनिया का पता लगाया जा सकता है।

Diagnosis Of Chikungunya In Hindi.

Chikungunya के घरेलु इलाज – Home Remedies For Chikungunya In Hindi?

वैसे तो चिकनगुनिया वायरस को रोकने के लिए कोई भी टीका नहीं होता। परंतु निम्नलिखित उपचारों के द्वारा इसे नियंत्रण में किया जा सकता है, जैसे कि :-

  • बुखार और दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर आपको पेरासिटामोल जैसी दवाइयां दे सकता है या फिर आप खुद भी पेरासिटामोल ( Paracitamol ) ले सकते हैं। परंतु आपको तुरंत ही डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए यदि रात के समय आपको इस बुखार के लक्षण दिख जाते हैं, तो उस समय आप यह दवाई ले सकते हैं परंतु सुबह होते ही आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए और अपने लक्षण बताने चाहिए, ताकि उसी हिसाब से डॉक्टर आगे इलाज कर सकें।
  • जब आप डॉक्टर के पास इलाज के लिए जाते हैं, तो इलाज के दौरान कम से कम आपको 7 दिनों तक आराम करना चाहिए। क्योंकि इस बीमारी में आराम की बहुत ज्यादा जरूरत होती है। यदि इस बीमारी में आप आराम नहीं करते तो कुछ समय के लिए तो आप ठीक हो जाते हैं, परंतु फिर उसके पश्चात आपको गंभीर समस्या हो सकती हैं इसीलिए समय पर ही इलाज कराएं और आराम करें।
  • चिकनगुनिया होने पर आपको कम से कम 5 लीटर पानी तो पीना ही चाहिए  और इसके साथ-साथ आपको नींबू का रस तथा और एसपी पीना चाहिए, जिससे कि आपके शरीर में पानी की कमी पूरी होती है और आपको इस बीमारी में भी बहुत राहत मिलती है।
  • इस बीमारी में आपको बिल्कुल भी तले हुए भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। आपको सिर्फ साधारण सा खाना खाना चाहिए और इसके साथ-साथ आपको कम पत्ति की चाय पीनी चाहिए, तथा आप दूध का सेवन कर सकते हैं। इतना ही नहीं आप चिकनगुनिया बुखार में गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी डालकर भी पी सकते हैं, क्योंकि दूध में हल्दी डालकर पीने से हमारे शरीर को मजबूती मिलती है, और उसके साथ-साथ यदि आपके जोड़ों में दर्द हो रहा है या मांसपेशियों में दर्द हो रहा है तो उन्हें भी बहुत राहत मिलती है।
  • चिकनगुनिया के लक्षण दिखाई देने पर आपको पोस्टिक आहार का सेवन करना चाहिए जैसे कि ताजे फलों का सेवन करना चाहिए और हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए, और इसके साथ साथ आप को ज्यादा पानी वाले फलों का सेवन भी करना चाहिए। जैसे कि खीरा और तरबूज क्योंकि इनके सेवन से आपके शरीर में पानी की मात्रा बनी रहती है, और आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है जिसके कारण हमारे शरीर को चिकनगुनिया बुखार से लड़ने की ऊर्जा मिलती है।

Chikungunya Conclusion:

हम उम्मीद करते हैं, कि आपको हमारी यह पोस्ट बहुत ही पसंद आई होगी इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको चिकनगुनिया बुखार के बारे में विस्तार से बताया है, कि Chikungunya Kyu Hota Hai तथा Chikungunya Ka Gharelu ilaj और इसके साथ साथ हमने आपको Chikungunya Ke Lakshan और Chikungunya Se Bachne Ke Upay भी बताए हैं, ताकि आप इस बीमारी से बचे रहें और यदि अब भी आपको चिकनगुनिया बुखार से संबंधित कोई प्रश्न हमसे पूछना है, तो कमेंट सेक्शन में आप कमेंट करें हम आपको उसका जवाब जरूर देंगे। धन्यवाद

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